बागेश्वर। सचिव मुख्यमंत्री, आवास, वित्त विभाग सुरेंद्र नारायण पांडे ने कहा कि विकास का रोड मैप तैयार करें। आर्थिकी मजबूत करना और सत्त विकास का लक्ष्य प्राप्त करना है। केंद्र ओर राज्य की विकास योजनाओं से आगामी वर्षों में जिले और राज्य की आय में वृद्धि हो सकेगी। विकास भवन सभागार पर विकास की धूरी विषय पर संगोष्ठी को सचिव मुख्यमंत्री पांडे संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सीमित संशाधनों का सही उपयोग करना हे। पांव वर्ष में अधिकाधिक विकास करना है। मानिटरिंग भी की जाएगी। अधिकारी आनलाइन डाटा डेसबोड्र नियमित देखें। अपनी आदत में सुधार करें। ताकि तकनीकी का अधिकाधिक उपयोग हो सके। राज्य सरकार ने विकास कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया है। जिला, राज्य, केंद्र सेक्टर, वित्त आयोग, सांसद विधायक निधि आदि विकास के लिए प्रमुख साधन हैं। जिले में माइक्रो प्लान और आगणन तैयार करें। तकनीकी संसाधनों के लिए स्थानीय स्तर पर कालेज, स्वयं सेवी संस्थानों, विश्व विद्यालयों एवं अकादमी, शोध संस्थाओं, मेडिकल कालेजों, तकनीकी संस्थाओं का उपयोग किया जा सकता है। जिलाधिकारी अनुराधा पाल ने कहा कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य जिले विकास की धूरी के अवधारणा के प्रभावी उपयोगी एवं सशक्त बनाा है। उपलब्ध समस्त संशाधनों का अधिकतम उपयोग करना है। स्थानीय स्तर पर नियोजन प्रक्रिया को अधिक प्रभावी एवं उपयोगी बनाना है। विकास कार्यों की नियमित मानिटरिंग, स्थलीय सत्यापन होगा। ताकि कार्यों की गुणवत्ता एवं समयबद्धता बनी रहे।
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी आरसी तिवारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. डीपी जोशी, जिला विकास अधिकारी संगीता आर्या, प्रभागीय वनाधिकारी उमेश तिवारी, संयुक्त निदेशक अर्थ एवं संख्या त्रिलोक सिंह अन्ना, उप निदेशक निर्मल कुमार शाह, विषय विशेषज्ञ करूणाकरण समेत विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।