नई टिहरी। बैसाखी पर्व पर भागीरथी-अलकनंदा संगम स्थल पर गंगा स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। वहीं कई स्थानों से देव डोलियां भी ढोल दमाऊं के साथ बैसाखी पर्व पर श्रद्धालुओं के साथ संगम पर पहुंची। देवप्रयाग में भगवान राम की तपस्थली रामकुण्ड में भी बड़ी संख्या में पर्व स्नान हुआ। बैसाखी पर्व पर तीर्थ नगरी में स्नान पूजन का पुण्य लाभ लेने सैकड़ों श्रद्धालु प्रदेश सहित अन्य राज्यों से पहुंचे। इनमें बड़ी संख्या में दिल्ली, मुम्बई, चंडीगढ़ आदि के प्रवासी उत्तराखंडी शामिल थे। श्री रघुनाथ मंदिर में भगवान का आशीर्वाद लेने पूरे दिन श्रद्धालु का तांता लगा रहा। इस अवसर पर भगवान का विशेष श्रृंगार किया गया था। तीर्थ नगरी में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए श्री बदरीश युवा पुरोहित संगठन व श्री रघुनाथ गंगा सेवा समिति ने भंडारे की व्यवस्था की। छोटे बच्चों के दूध की विशेष भी की। बुधवार शाम तेज हवाओं से बिजली आपूर्ति में बाधा बनने से बाहरी क्षेत्रों से आने श्रद्धालुओ को अंधेरे में संगम तट व मंदिर आदि तक जाने में मुश्किलें भी उठानी पड़ी। संगम पर सुरक्षित पर्व स्नान के लिए जल पुलिस की तैनाती सहित ट्यूब व रस्सियां संगम तट पर डाली गई थी। बैसाखी पर चैत्र मास की फुल्यारी कन्याओं का पूजन कर उन्हें भेंट देकर विदा भी किया गया। जबकि लोक वादकों ने ढोल दमाऊं के संग घरों में मंगल गीत गाकर सभी की सुख समृद्धि की कामना की।
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