देहरादून,23,12,2025
देहरादून। उत्तराखंड की बहुचर्चित अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी उत्तराखंड के अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (AICC) कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान उत्तराखंड सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की।
प्रेस वार्ता में एआईसीसी सेक्रेटरी एवं उत्तराखंड के सह-प्रभारी सुरेंद्र शर्मा और मनोज यादव भी उपस्थित रहे।
गणेश गोदियाल ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड केवल उत्तराखंड तक सीमित मामला नहीं है, बल्कि यह पूरे देश में महिला सुरक्षा और न्याय व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारें ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ जैसे नारे देती हैं, लेकिन इस जघन्य हत्याकांड ने इन नारों की वास्तविकता को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि हाल ही में सामने आए वीडियो और ऑडियो रिकॉर्डिंग से यह संकेत मिलता है कि इस मामले में प्रभावशाली लोगों को बचाने की कोशिश की गई। उन्होंने कहा कि घटना स्थल पर बुलडोजर चलाना, साक्ष्यों को नष्ट करना और जांच को प्रभावित करना अत्यंत गंभीर विषय है, जो निष्पक्ष न्याय की प्रक्रिया को कमजोर करता है।
गणेश गोदियाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि कांग्रेस पार्टी की मांग है कि अंकिता भंडारी हत्याकांड की सीबीआई से निष्पक्ष जांच कराई जाए और यह जांच सुप्रीम कोर्ट के किसी वर्तमान या सेवानिवृत्त न्यायाधीश की निगरानी में हो, ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को कड़ी सजा मिले।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि अगले 10 से 12 दिनों के भीतर राज्य सरकार सीबीआई जांच की संस्तुति नहीं करती है, तो कांग्रेस पार्टी उत्तराखंड में व्यापक जनआंदोलन शुरू करेगी। उन्होंने कहा कि यह लड़ाई किसी एक परिवार या किसी राजनीतिक दल की नहीं है, बल्कि यह उत्तराखंड की बेटियों की सुरक्षा, सम्मान और न्याय की लड़ाई है।
प्रेस वार्ता के अंत में गणेश गोदियाल ने दोहराया कि कांग्रेस पार्टी इस मुद्दे पर किसी भी दबाव में पीछे हटने वाली नहीं है और जब तक अंकिता भंडारी को न्याय नहीं मिलेगा, तब तक पार्टी सड़क से लेकर संसद तक संघर्ष करती रहेगी।
