विकासनगर,25,11,2025
विकासनगर। विकासनगर में शक्तिनहर के किनारे उत्तराखंड जल विद्युत निगम की जमीन पर अवैध कब्जों को हटाने की कार्रवाई तीसरे दिन मंगलवार को भी जारी रही। नवाबगढ़ से डाकपत्थर तक यूजेवीएनएल ने जेसीबी से लोगों के अतिक्रमण को ध्वस्त किया। हालांकि यूजेवीएनएल का मानना है कि लोगों ने उसकी जमीन पर अपने आशियाने बना रखे हैं। अब शक्ति नहर किनारे सोलर प्लांट लगाने के लिए जमीन खाली कराई जा रही है। जबकि प्रभावित परिवारों का कहना है कि वो बीते साठ साल से यहां रह रहे हैं। तीन साल पहले जब यूजेवीएनएल ने अतिक्रमण हटाने के लिए बड़ी कार्रवाई की थी, तब उन्हें अपनी जमीन की सीमा से बाहर बताया गया था। मंगलवार को सुबह दस बजे से यूजेवीएनएल की जेसीबी एक बार फिर लोगों के अतिक्रमण पर गरजी। नवाबगढ़ से डाकपत्थर तक 30 कच्चे-पक्के निर्माण ध्वस्त किए गए। कुछ लोगों ने हल्का विरोध दर्ज किया, लेकिन भारी पुलिस बल के सामने विरोध ज्यादा देर तक नहीं टिक पाया। लोग ध्वस्त होते घरों से अपना जरूरी सामान समेटते रहे। इस दौरान उनके चेहरों पर भविष्य में जीवन यापन करने की मुश्किलें साफ दिखाई दे रहीं थी। प्रभावित लोगों ने आरोप लगाया कि सरकार अतिक्रमण के नाम पर गरीबों को बेघर कर रही है। सर्दी के मौसम में उनके सामने खुले आसमान के नीचे जीवन यापन करने का नौबत आ गई है। घरों को ध्वस्त करने से पहले सरकार को उनके लिए अस्थाई शरण की व्यवस्था करनी चाहिए थी। हालांकि लोगों की पीड़ा और परेशानी के बीच यूजेवीएनएल की जेसीबी देर शाम तक बदस्तूर मकानों पर गरजती रही। यूजेवीएनएल अधिकारियों के अनुसार अभी तक सौ कच्चे, पक्के निर्माण ध्वस्त किए जा चुके हैं। अधिकारियों ने बताया कि शेष कच्चे, पक्के निर्माण जल्द ध्वस्त कर दिए जाएंगे।
