देहरादून,22,12,2025
देहरादून। यूपीईएस देहरादून ने जूनिपर नेटवर्क्स (अब एचपीई जूनिपर नेटवर्किंग) के साथ एक रणनीतिक शैक्षणिक साझेदारी की है, जिसके तहत यूपीईएस स्कूल ऑफ कंप्यूटर साइंस में नेटवर्किंग एवं साइबर सिस्टम्स के क्षेत्र में एक अत्याधुनिक सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (CoE) की स्थापना की जाएगी। इस सहयोग को 10 दिसंबर 2025 को आयोजित जूनिपर ग्लोबल एकेडमिक समिट के दौरान दोनों संस्थानों के बीच समझौता ज्ञापन (MoU) के आदान-प्रदान के माध्यम से औपचारिक रूप दिया गया।
यह MoU शिशिर सिंह, ग्लोबल सीनियर वाइस प्रेसिडेंट – कोर टेक्नोलॉजीज़, नेटवर्किंग एवं सिक्योरिटी, तथा एम. मुथुकुमार, ग्रुप वाइस प्रेसिडेंट एवं इंडिया कंट्री हेड, जूनिपर नेटवर्क्स की उपस्थिति में संपन्न हुआ। यह साझेदारी यूपीईएस के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और वैश्विक मंच पर भारत के अग्रणी तकनीकी विश्वविद्यालयों में इसकी मजबूत स्थिति को दर्शाती है।
इस साझेदारी के माध्यम से यूपीईएस, जूनिपर नेटवर्क्स क्लाउड एवं ऑटोमेशन अकादमी का आधिकारिक सदस्य बन गया है, जिससे वैश्विक उद्योग मानकों के अनुरूप व्यावहारिक और अनुभवात्मक शिक्षण प्रदान करने वाला विश्वस्तरीय सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा। जूनिपर नेटवर्क्स में यह कार्यक्रम व्यापक स्तर पर आगे बढ़ रहा है, जिसकी निरंतरता अर्चना यादव, ग्लोबल प्रोग्राम मैनेजर – अकादमिक अलायंस द्वारा सुनिश्चित की जा रही है।
इस सेंटर ऑफ एक्सीलेंस को उद्योग-स्तरीय जूनिपर हार्डवेयर सूट से सुसज्जित किया जाएगा, जिससे उन्नत कॉन्फ़िगरेशन, सिमुलेशन और रियल-टाइम नेटवर्क टेस्टिंग संभव होगी। विद्यार्थियों को जूनिपर के एसोसिएट और स्पेशलिस्ट स्तर के पाठ्यक्रमों तक 100 प्रतिशत सब्सिडी के साथ पहुंच प्रदान की जाएगी, जिनका मूल्य प्रति विद्यार्थी सामान्यतः 3,000–4,000 अमेरिकी डॉलर होता है। इसके साथ ही जूनिपर की वैश्विक सर्टिफिकेशन परीक्षाओं (प्रति परीक्षा 200–300 अमेरिकी डॉलर) पर 75 प्रतिशत की छूट भी दी जाएगी।
यह सहयोग एसोसिएट एवं स्पेशलिस्ट लर्निंग पाथवे, क्यूरेटेड कंटेंट और गाइडेड लैब्स तक संपूर्ण पहुंच प्रदान करता है, जिससे यूपीईएस के फैकल्टी सदस्य नेटवर्किंग, सिक्योरिटी, क्लाउड और एआई-नेटिव नेटवर्किंग जैसे उन्नत पाठ्यक्रमों का प्रभावी संचालन कर सकेंगे। साथ ही, नेटवर्किंग, क्लाउड ऑटोमेशन और साइबर सुरक्षा के क्षेत्रों में फैकल्टी और विद्यार्थियों के लिए गहन अपस्किलिंग पहल भी की जाएगी।
यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस विद्यार्थियों को वैश्विक मानकों के अनुरूप तकनीकी दक्षता, गहन व्यावहारिक अनुभव और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सर्टिफिकेशन प्रदान करेगा, जिससे उनकी रोजगार क्षमता और इंजीनियरिंग कौशल में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।
इस अवसर पर एम. मुथुकुमार, ग्रुप वाइस प्रेसिडेंट एवं इंडिया कंट्री हेड, जूनिपर नेटवर्क्स इंडिया ने कहा, “हम यूपीईएस के साथ इस MoU के माध्यम से अपनी शैक्षणिक साझेदारी को औपचारिक रूप देने को लेकर प्रसन्न हैं। जूनिपर नेटवर्क्स में हम उद्योग-तैयार प्रतिभा के निर्माण के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं। अत्याधुनिक नेटवर्किंग पाठ्यक्रम, व्यावहारिक शिक्षण अनुभव और सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से विश्वविद्यालयों को सशक्त बनाना हमारी प्राथमिकता है। भविष्य-उन्मुख शिक्षा पर यूपीईएस का मजबूत फोकस, उद्योग और शिक्षा के बीच कौशल अंतर को पाटने तथा आने वाले डिजिटल कार्यबल को तैयार करने के जूनिपर के मिशन के साथ पूरी तरह मेल खाता है।”
इस साझेदारी पर प्रतिक्रिया देते हुए श्री मनीष मदान, रजिस्ट्रार, यूपीईएस ने कहा, “जूनिपर नेटवर्क्स के साथ यह सहयोग हमारे तकनीकी शिक्षा इकोसिस्टम को और सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उद्योग-स्तरीय अवसंरचना, वैश्विक सर्टिफिकेशन और प्रैक्टिशनर-नेतृत्व वाले शिक्षण को अपने अकादमिक ढांचे में एकीकृत कर हम अपने विद्यार्थियों को नेटवर्किंग और साइबर सुरक्षा के वास्तविक चुनौतियों का आत्मविश्वास और दक्षता के साथ सामना करने के लिए तैयार कर रहे हैं।”
इस साझेदारी के माध्यम से यूपीईएस वैश्विक नेटवर्किंग और साइबर सुरक्षा टैलेंट पाइपलाइन में अपनी भूमिका को और मजबूत करता है तथा अपने स्नातकों को एक तेजी से जुड़ती डिजिटल दुनिया में नेतृत्व के लिए तैयार करता है।
