देहरादून,21,10,2025
देहरादून। यूके ट्रिपल एससी स्नातक स्तरीय परीक्षा पेपर लीक मामले को एक महीना पूरा होने पर कांग्रेस ने राज्य सरकार और आंदोलन का नेतृत्व करने वाले छात्र नेताओं दोनों से जवाब मांगा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (संगठन) सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि अब तक सीबीआई जांच की कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है, जबकि मुख्यमंत्री द्वारा संस्तुति किए 23 दिन बीत चुके हैं।
धस्माना ने तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार और यूके ट्रिपल एससी दोनों ही अब तक मौन हैं। उन्होंने पूछा —
“बताएं, सीबीआई जांच का क्या हुआ?
परीक्षा किसने लीक करवाई?
और यूके ट्रिपल एससी अध्यक्ष गणेश मर्तोलिया अब तक पद पर कैसे बने हुए हैं?”
उन्होंने कहा कि पिछले माह 21 सितंबर को स्नातक स्तरीय परीक्षा लीक हुई थी और कांग्रेस ने उसी दिन सरकार से तीन मांगें की थीं —
- हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में सीबीआई जांच,
- लीक पेपर को निरस्त कर दोबारा परीक्षा,
- और यूके ट्रिपल एससी अध्यक्ष गणेश मर्तोलिया की बर्खास्तगी।
इन तीनों मांगों को लेकर कांग्रेस ने राज्यव्यापी आंदोलन भी शुरू किया था। धस्माना ने कहा कि कांग्रेस के आंदोलन और युवाओं के दबाव के बाद मुख्यमंत्री को खुद छात्रों के धरना स्थल पर जाकर सीबीआई जांच की संस्तुति करनी पड़ी। जस्टिस यू.सी. ध्यानी की अध्यक्षता में गठित एकल सदस्यीय आयोग ने रिपोर्ट भी सौंपी और परीक्षा निरस्त कर नई तिथि घोषित की गई।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जो सरकार पहले पेपर लीक की बात मानने को तैयार नहीं थी और कांग्रेस पर झूठ फैलाने का आरोप लगा रही थी, वही बाद में अपने सुर बदलकर जांच की सिफारिश करने लगी। इतना ही नहीं, कुछ आंदोलनकारी नेता भी सरकार को गुलदस्ते भेंट कर धन्यवाद देने लगे।
धस्माना ने कहा कि आज जबकि पेपर लीक को एक महीना हो चुका है, तो कांग्रेस और प्रदेश के युवा यह जानना चाहते हैं कि—
सीबीआई जांच की स्थिति क्या है,
नकल माफिया और लीक रैकेट का पर्दाफाश कब होगा,
और मर्तोलिया को पद से हटाया जाएगा या नहीं।
उन्होंने कहा कि यदि सरकार जल्द संतोषजनक जवाब नहीं देती, तो कांग्रेस अपनी आंदोलन की अगली रणनीति तय करेगी।
भाजपा नेताओं ने भी कांग्रेस के आरोपों पर लगाई मुहर: धस्माना
पत्रकारों के सवालों के जवाब में सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि भाजपा के वरिष्ठ नेता और राजपुर विधायक खजान दास ने कांग्रेस के चार साल पुराने आरोपों की पुष्टि कर दी है।
धस्माना ने कहा, “श्री खजान दास ने स्वीकार किया है कि जिलों के प्रभारी मंत्री अपने जिलों में नहीं जा रहे हैं, और यही स्थिति अधिकतर भाजपा विधायकों की भी है।”
उन्होंने कहा कि वरिष्ठतम भाजपा विधायक बिशन सिंह चुफाल ने भी ऑन-कैमरा यह कहा है कि प्रदेश के अधिकारी मुख्यमंत्री और मंत्रियों के आदेशों को नहीं मान रहे हैं।
धस्माना ने कहा कि चुफाल द्वारा डीडीहाट टैक्सी स्टैंड की रिटेनिंग वाल के लिए मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद राशि जारी न होने का उल्लेख स्वयं सरकार की प्रशासनिक विफलता का प्रमाण है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा नेताओं के ये बयान साफ दर्शाते हैं कि प्रदेश में नौकरशाही बेलगाम हो चुकी है और सरकार की पकड़ पूरी तरह कमजोर हो गई है।