सऊदी अरब,19,11,2025
सऊदी अरब ,19 नवंबर। सऊदी अरब के मक्का–मदीना हाईवे पर रविवार देर रात हुए दर्दनाक सड़क हादसे में उमरा के लिए गए 45 भारतीय नागरिकों की मौत के बाद तेलंगाना सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि सभी मृतकों को स्थानीय धार्मिक रीतियों के अनुसार सऊदी अरब में ही दफनाया जाएगा।
तेलंगाना कैबिनेट की बैठक में यह भी तय किया गया कि प्रत्येक परिवार से दो लोगों को अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए सऊदी भेजा जाएगा। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि परिजनों को शव भारत लाने या मदीना के जन्नतुल बकी में दफनाने का विकल्प दिया जाएगा, लेकिन सऊदी कानून शवों की वापसी को लगभग असंभव बना देता है।
मुआवजा प्रक्रिया होगी लंबी
हादसे में जान गंवाने वाले परिजनों को तुरंत मुआवजा मिलना मुश्किल है। सऊदी अरब में सड़क हादसों के लिए सरकार की ओर से कोई प्रत्यक्ष मुआवजा नहीं दिया जाता। परिवारों को मुआवजा तभी मिल सकता है जब पुलिस जांच में टैंकर ड्राइवर या कंपनी की लापरवाही साबित हो और मृतकों के परिजन कानूनी दावा दर्ज करें—जो कई महीनों तक चल सकता है। वहीं, तेलंगाना सरकार ने राज्य स्तर पर प्रत्येक मृतक के परिजनों को 5-5 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है।
सऊदी में तीर्थयात्रियों के शव वापस ना भेजने का नियम
हज या उमरा यात्रा से पहले यात्रियों को जो दस्तावेज भराए जाते हैं, उसमें स्पष्ट उल्लेख होता है कि सऊदी अरब की जमीन पर मृत्यु होने की स्थिति में शव वहीं दफनाया जाएगा। हालांकि गैर-तीर्थयात्री भारतीयों के मामले में परिवार की इच्छा के अनुसार शव वापस भेजा भी जा सकता है।
बस खड़ी थी, पीछे से आया तेज रफ्तार फ्यूल टैंकर
हादसा रविवार रात भारतीय समयानुसार करीब 1:30 बजे मदीना से 25 किलोमीटर दूर मुहरास इलाके में हुआ। हैदराबाद पुलिस के मुताबिक 9 नवंबर को 54 लोग हैदराबाद से सऊदी गए थे। वे 23 नवंबर को वापस आने वाले थे। इनमें से 4 लोग रविवार को कार से अलग से मदीना गए थे। वहीं 4 लोग मक्का में रुक गए थे। दुर्घटना वाली बस में 46 लोग सवार थे। मक्का से मदीना जा रही उमरा यात्रियों की बस सड़क किनारे खड़ी थी कि अचानक पीछे से आए तेज रफ्तार फ्यूल टैंकर ने जोरदार टक्कर मार दी।
मृतकों में 18 महिलाएं, 17 पुरुष और 10 बच्चे शामिल हैं। हादसे में सिर्फ 1 शख्स जिंदा बचा है। उसकी पहचान मोहम्मद अब्दुल शोएब (24 साल) के रूप में हुई है। शोएब (24) ड्राइवर के पास बैठा था। शोएब भी भारतीय हैं। हादसे के बाद उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया। एक सरकारी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। मारे गए लोगों में से 18 एक ही परिवार के थे। इनमें 9 बच्चे और 9 बड़े शामिल थे।
