अर्जुन सिंह भण्डारी
देहरादून,17,12,2025
यह पंक्तियां देहरादून निवासी युवा व जाने माने साइकलिस्ट अपूर्व सकलानी पर बिल्कुल सटीक बैठती है,जिन्होंने अपने साइकिलिंग के शौक को अपना “पैशन” और “पैशन” के बूते आज उत्तराखंड़ को अपने साथियों संग राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति दिलाई है। स्वतंत्र भारत के प्रथम गृह मंत्री व लौह पुरुष के नाम से प्रसिद्ध सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर मिनिस्ट्री ऑफ युथ अफेयर व स्पोर्ट्स,भारत सरकार द्वारा (फिट इंडिया मूवमेंट के तहत) 31 अक्टूबर से 17 नवंबर तक आयोजित एकता साइकिलिंग अभियान- डेयर टू गियर में उत्तराखंड के 2 और साइकलिस्ट के साथ उत्तराखंड का ‘सराहनीय’ प्रतिनिधित्व करते हुए कश्मीर के श्रीनगर से कन्याकुमारी(के2के) तक लगभग 4025 किलोमीटर का सफर तय उत्तराखंड को राष्ट्रीय स्तर पर ‘फिट यूथ’ की नवीन पहचान दिलाई है। उत्तराखंड के अपूर्व सकलानी सहित सुनील कंवल और डॉक्टर अशोक राम राणा सहित देशभर से 150 साइकिलिस्ट ने इस एकता साइकिलिंग अभियान में हिस्सा लिया था, जिसमे देश भर से 3 से 4 हज़ार साइक्लिस्ट ने प्रतिभाग हेतु आवेदन किया था। उत्तराखंड़ से भी भारी संख्या में साइक्लिस्टो ने इस अभियान में हिस्सा लेने हेतु आवेदन किया था जिसमे से राष्ट्रीय स्तर की इस अभियान में मात्र 3 का ही चयन हुआ। इस अभियान में साइक्लिस्टों द्वारा प्रतिदिन 250 किमी असौतन से अपनी मंज़िल का सफर तय किया गया था।
अपनी फिटनेस व निरंतरता के लिए जाने जाने वाले साइक्लिस्ट अपूर्व सकलानी ने वर्ष 2017 में साइकिलिंग को शौकिया तौर पर चालान शुरू किया था, जो वक़्त के साथ उनका पैशन बन गया। जिसके बाद उन्होंने साइकिलिंग के इस सफर में हर दिन, हर वर्ष नए कीर्तिमान स्थापित किये। उनके द्वारा एक ही वर्ष में साइकिलिंग कम्युनिटी में बेस्ट स्कोरिंग का माप माने जाने वाले बीएमआर में 200 किमी,300 किमी, 400 किमी व 600 किमी राइड्स पूरी कर सुपर रैंडोननेर (एसआर) का प्रतिष्ठित खिताब जीता है, उनकी यह उपलब्धि खुद में फिटनेस प्रेमियों के लिए प्रेरणा है। अपूर्व सकलानी खुद में निरंतरता के प्रतीक इस बात से भी माने जा सकते है कि चाहे सर्दी,गर्मी, बारिश हो वह हर दिन 60-70 किमी साइकिलिंग अवश्य करते है। उनके द्वारा अपनी साइकिलिंग यात्रा में दुआर हिल्स, किमाड़ी, मसूरी रोड, थानों व ऋषिकेश रोड को कवर किया जा चुका है। उनके द्वारा लोगो को साइकिलिंग के जरिये फिजिकल हेल्थ समेत मेन्टल हेल्थ को भी संतुलित रखने का बेहतरीन विकल्प के रूप में सुझाया है। वह साइकिलिंग में महिलाओं को भी ज़्यादा से ज़्यादा जुड़ने के लिए लगातार प्रेरित करते है व सहायता भी करते रहे है,जिसमे बेहतर उदाहरण सेट करने को उनकी जीवनसंगिनी संध्या भी साथ देती नज़र आती है।वह देहरादून में कई साइकलिंग क्लबों के साथ सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं और शहर को भारत के साइकलिंग हब के रूप में बढ़ावा देने के लिए काम कर रहे हैं।
वर्तमान में ब्लू वॉटर ट्रेड विंड्स प्राइवेट लिमिटेड में प्रोजेक्ट मैनेजर के रूप में कार्यरत साइकिलिस्ट अपूर्व सकलानी द्वारा बिजी लाइफ के बावजूद अपने पैशन को बरकार रखते हुए ‘फिट उत्तराखंड़, फिट इंडिया’ के अपने विज़न को आगे बढ़ाते हुए
के2के में भाग लिया था,जिसके विषय मे वह कहते है कि इस अभियान को एक सपने की यात्रा और एक अविस्मरणीय अनुभव बताया। उन्होंने जोर दिया कि इस तरह की पहल युवाओं को स्वस्थ, सक्रिय जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करती है और खेल और फिटनेस के माध्यम से नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता फैलाने में मदद करती है।
साइकिलिस्ट अपूर्व सकलानी हर वर्ग से खास तौर पर युवाओं से साइकलिंग को अपनाते हुए स्वस्थ जीवन जीने की ओर अग्रसर होने की अपील करते है व नशीले पदार्थों से मुक्त भारत के निर्माण में योगदान देने के लिए प्रेरित करने का लक्ष्य रखते है।
