HamariChoupal,11,09,2025
नई दिल्ली/देहरादून। ऑयलफील्ड उपकरण निर्माण में वैश्विक अग्रणी कंपनी सारा साई प्राइवेट लिमिटेड को वर्ष 2023-24 के लिए स्टार परफॉर्मर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। यह अवॉर्ड ‘ब्राइट बार्स एवं अन्य विविध उत्पाद – मध्यम उद्यम श्रेणी’ में उत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित 56वें ईईपीसी इंडिया नेशनल एक्सपोर्ट एक्सीलेंस अवॉर्ड्स समारोह में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की गरिमामयी उपस्थिति में प्रदान किया गया। यह आयोजन ईईपीसी इंडिया की 70वीं प्लेटिनम जुबली का हिस्सा था।
समारोह में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री जितिन प्रसाद, ईईपीसी इंडिया के चेयरमैन पंकज चड्ढा और उपाध्यक्ष आकाश शाह भी उपस्थित रहे।
सारा साई प्राइवेट लिमिटेड भारत की एक अग्रणी इंजीनियरिंग कंपनी है, जिसका पंजीकृत कार्यालय नई दिल्ली में और विनिर्माण इकाई उत्तराखंड के सेलाकुई, देहरादून में स्थित है। कंपनी अपनी अत्याधुनिक उत्पादन इकाई में नवीनतम डिज़ाइन तकनीकों और सीएनसी मशीनों का उपयोग करके विविध प्रकार के तेल क्षेत्र उपकरण (oilfield equipment) का निर्माण करती है। इसके उत्पाद विश्वभर में वितरकों के माध्यम से उपलब्ध हैं, जिनमें ह्यूस्टन (अमेरिका) स्थित इसकी सहायक कंपनी STS Products Inc. भी शामिल है। वर्ष 1980 में स्थापित यह कंपनी आज भारतीय इंजीनियरिंग उत्कृष्टता का एक सशक्त प्रतीक है।

चार दशकों से वैश्विक तेल-गैस उद्योग को उत्कृष्ट समाधान
सारा साई प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री सुमित धवन ने इस सम्मान को कंपनी के लिए “गर्व का क्षण” बताते हुए कहा कि पिछले चार दशकों से कंपनी का उद्देश्य वैश्विक तेल एवं गैस उद्योग को उच्चतम गुणवत्ता के साथ इंजीनियरिंग समाधान उपलब्ध कराना रहा है। उन्होंने इसे कर्मचारियों की कड़ी मेहनत और विश्वभर के ग्राहकों के विश्वास का नतीजा बताया।
उन्होंने अपनी पत्नी श्रुति धवन के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि चुनौतियों से उबरकर कंपनी को यहां तक पहुँचाने में उनका अहम योगदान रहा। साथ ही उन्होंने बताया कि उनकी बड़ी बेटी सुहानी धवन कंपनी के नेतृत्व की तीसरी पीढ़ी के रूप में पहले ही जुड़ चुकी हैं, जबकि छोटी बेटी गौरीसा धवन विदेश से अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद कंपनी से जुड़ने की इच्छुक हैं।


कर्मचारियों और समाज के लिए विशेष पहल
प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से वार्ता करते हुए श्री धवन ने बताया कि कंपनी ने अपने औद्योगिक कैंटीन का नवीनीकरण करके उसे कर्मचारियों और बाहरी आगंतुकों दोनों के लिए 24 घंटे खुला रखा है। यहाँ कर्मचारियों को मुफ्त भोजन और चाय की सुविधा मिलती है। इतना ही नहीं, यदि कोई ट्रक ड्राइवर, सप्लाई करने वाला व्यक्ति या अन्य आगंतुक कंपनी परिसर में आता है तो उन्हें भी मुफ्त चाय-पानी उपलब्ध कराया जाता है।
उन्होंने कहा – “हमारी कंपनी कर्मचारियों को परिवार मानने की परंपरा निभाती है और यही हमारी सबसे बड़ी पूंजी है।”
आत्मनिर्भर भारत और उत्तराखंड का गौरव
श्री धवन ने यह भी कहा कि कंपनी पूरी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संदेश को आत्मसात कर रही है। कंपनी का स्थानीय ज़ोन उत्तराखंड में है और प्रबंधन का विश्वास है कि इस राज्य को ऊँचाइयों पर ले जाने में सारा साई का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा।

कंपनी की ताकत और चुनौतियाँ
श्री धवन ने कहा कि कंपनी की असली ताक़त उसके कर्मचारी हैं, जो पिछले 40 वर्षों से संगठन से जुड़े हुए हैं और जिनकी पीढ़ियाँ दर पीढ़ियाँ यहाँ काम कर रही हैं। उन्होंने बताया कि चुनौतियों से निपटने का मंत्र है “बदलाव”।
उनके अनुसार – “हम समय के साथ अपने प्रोडक्ट और सिस्टम में निरंतर बदलाव करते रहते हैं, इसी वजह से किसी भी कठिनाई से निकलने की क्षमता रखते हैं। अमेरिकी सरकार द्वारा लगाए गए ट्रेड टैरिफ के बाद हमें बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, लेकिन दूरदर्शिता के चलते हमने पहले से ही अपने व्यवसाय का विस्तार मध्य-पूर्वी देशों में कर लिया था। आज हमारी केवल 10% निर्भरता अमेरिकी बाज़ार पर है, जबकि बाकी बिजनेस अन्य बाज़ारों से आता है।”
वैश्विक विस्तार और सतत विकास
कंपनी आने वाले समय में सऊदी अरब, कुवैत, अल्जीरिया और ओमान जैसे प्रमुख मध्य-पूर्वी बाजारों में अपनी उपस्थिति और मजबूत करने जा रही है। हाल ही में कुवैत में 3,000 एचपी टेंडर सहित कई बड़े ऑर्डर भी हासिल किए गए हैं।

सतत विकास की दिशा में भी कंपनी ने बड़ा कदम उठाया है। पिछले तीन वर्षों में अपने सभी उत्पादन संयंत्रों को पूरी तरह सौर ऊर्जा आधारित संचालन में परिवर्तित कर दिया है। वर्ष 1980 में स्थापित सारा साई आज अमेरिकन पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट (API) की 16D लाइसेंस धारक दुनिया की सबसे पुरानी सक्रिय कंपनी है, जिसने अब तक विश्वभर में 2,000 से अधिक बीओपी कंट्रोल यूनिट्स की आपूर्ति की है।
भारतीय इंजीनियरिंग उत्कृष्टता का प्रतीक
सारा साई की जड़ें गहरी पारिवारिक विरासत में हैं। संस्थापक वी.के. धवन की दृष्टि को उनके पुत्र सुमित धवन आगे बढ़ा रहे हैं। दून स्कूल, देहरादून और ह्यूस्टन विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र धवन ने नवाचार, स्थिरता और वैश्विक उत्कृष्टता को केंद्र में रखकर संगठन को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया है।
यह सम्मान न केवल सारा साई प्राइवेट लिमिटेड को, बल्कि भारतीय इंजीनियरिंग की उत्कृष्टता, नवाचार, स्थिरता, वैश्विक पहुंच और विश्वास की परंपरा को भी अंतरराष्ट्रीय मंच पर और मज़बूती से स्थापित करता है।