HamariChoupal,05,09,2025
नई दिल्ली/देहरादून( हमारी चौपाल) जीएसटी काउंसिल की मंगलवार को हुई बैठक में एक बड़े और जनहितकारी फैसले का ऐलान किया गया है। इस फैसले के तहत अब देश में जीएसटी की जटिल संरचना को सरल बनाया गया है। पहले जहां 22 विभिन्न स्लैब में टैक्स लगता था, वहीं अब इसे घटाकर केवल 5 प्रीमियम और 18 प्रीमियम तक सीमित कर दिया गया है। यह कदम आम आदमी के लिए राहत लेकर आया है, क्योंकि अब रोटी, पराठा, दूध जैसे रोजमर्रा के essentials और हेल्थ-लाइफ इंश्योरेंस के प्रीमियम पर टैक्स नहीं लगेगा।
क्या बदला और कैसे मिलेगी राहत?
जीएसटी काउंसिल ने इस सुधार के तहत कई वस्तुओं और सेवाओं को टैक्स की जद से बाहर किया है। खास तौर पर रोटी, पराठा और दूध जैसे बुनियादी खाद्य पदार्थों को टैक्स फ्री कर दिया गया है, जो मध्यम और निम्न आय वर्ग के लिए बड़ी राहत है। इसके अलावा, हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर भी टैक्स हटाया गया है, जिससे स्वास्थ्य बीमा और जीवन बीमा लेना अब और सस्ता हो जाएगा। दूसरी ओर, साबुन, शैंपू जैसे दैनिक उपयोग के उत्पादों की कीमतों में भी कमी आने की उम्मीद है, जिससे घरेलू बजट पर सकारात्मक असर पड़ेगा।
किन चीजों पर बढ़ेगा टैक्स?
हालांकि, सरकार ने इस सुधार के साथ-साथ कुछ वस्तुओं पर टैक्स बढ़ाने का भी फैसला लिया है। तंबाकू उत्पादों और शराब की कीमतों में वृद्धि होगी, ताकि इनके सेवन को हतोत्साहित किया जा सके। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम सार्वजनिक स्वास्थ्य को बेहतर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
सीएम धामी ने की पीएम की तारीफ
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर इस बड़े सुधार की घोषणा की थी। यह फैसला दिवाली से पहले देशवासियों को एक तोहफा है।” धामी ने आगे कहा कि यह कदम न केवल आम आदमी की जेब पर बोझ कम करेगा, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती देगा।
अर्थशास्त्रियों की राय
अर्थशास्त्री इस कदम को 18% टैक्स स्लैब में बदलाव के बाद उपभोक्ताओं के लिए एक सकारात्मक कदम मान रहे हैं। उनका कहना है कि इससे बाजार में मांग बढ़ेगी और उपभोक्ता विश्वास को मजबूती मिलेगी। विशेषज्ञों के अनुसार, यह सुधार लंबे समय में देश की अर्थव्यवस्था को गति देने वाला साबित हो सकता है।
आम आदमी पर असर
– *रोजमर्रा की जरूरतें सस्ती:* रोटी, पराठा, दूध और साबुन-शैंपू जैसे उत्पादों पर टैक्स छूट से घरेलू बजट में बचत होगी।
– *स्वास्थ्य बीमा सस्ता:* हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर टैक्स हटने से मध्यम वर्ग के लिए बीमा लेना आसान होगा।
– *तंबाकू और शराब महंगी:* इन उत्पादों की बढ़ी कीमतें लोगों को इनसे दूर रहने के लिए प्रेरित कर सकती हैं।
इस तरह, जीएसटी में यह बदलाव न केवल कर संरचना को सरल बनाएगा, बल्कि आम जनता की जिंदगी को भी आसान बनाने में मदद करेगा। सरकार का यह कदम देश की आर्थिक नीतियों में एक नई दिशा की ओर इशारा करता है।
