देहरादून( हमारी चौपाल ) उत्तराखंड एसटीएफ ने नकली जीवन रक्षक दवाओं के निर्माण और बिक्री में संलिप्त एक संगठित गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए चार फार्मा कंपनियों के मालिकों/प्लांट हेड्स को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई राज्य में नकली दवाओं के बढ़ते खतरे के विरुद्ध एक निर्णायक कदम मानी जा रही है, जिससे आमजन के स्वास्थ्य और सरकारी राजस्व दोनों की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।
**जहरीली साजिश का पर्दाफाश**
एसटीएफ को शिकायत मिली थी कि कुछ गिरोह प्रतिष्ठित ब्रांडेड दवा कंपनियों की जीवन रक्षक दवाओं की हूबहू नक़ल कर नकली दवाएं तैयार कर रहे हैं और उन्हें बाजार में बेच रहे हैं। इन दवाओं का प्रयोग गंभीर बीमारियों के इलाज में किया जा रहा था, जिससे आमजन के स्वास्थ्य पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ने की आशंका थी। साथ ही, राज्य के राजस्व को भी भारी नुकसान हो रहा था।
पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ के निर्देश पर एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर ने अपनी टीमों को निर्देशित किया कि नकली दवाओं के इस गिरोह की पूरी कुंडली तैयार कर कठोर कार्रवाई की जाए।
**जांच की परतें खुलीं तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए**
इस मामले में एसटीएफ ने पहले ही 6 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था — संतोष कुमार, नवीन बंसल, आदित्य काला, देवी दयाल गुप्ता, पंकज शर्मा और विजय कुमार पाण्डेय।
गिरफ्तार अभियुक्त नवीन बंसल उर्फ अक्षय ने बिना ड्रग लाइसेंस वाली फर्जी फर्म Beechem Biotech के माध्यम से लगभग 18 लाख टैबलेट्स बिना स्ट्रिप्स में पैक कर खरीदीं और उन्हें ब्रांडेड कंपनियों की स्ट्रिप्स में पैक कर बाजार में बेच दिया।
इन दवाओं की आपूर्ति Keron Life Science Pvt Ltd, BLBK Pharmaceutical Pvt Ltd, Oxi Pharma Pvt Ltd और Zentic Pharmaceuticals Pvt Ltd द्वारा की गई थी। इन कंपनियों ने बिना वैध अनुबंध के दवाएं सप्लाई कीं और बिलों में MRP ₹0.00 अंकित कर सरकारी अस्पतालों के लिए सप्लाई दर्शाई, जबकि अभियुक्त के पास ऐसा कोई अधिकृत अनुबंध नहीं था।
इस साजिश के तहत वर्ष 2023-24 और 2024-25 में कई बार अवैध रूप से दवाएं खरीदी गईं और राजस्थान के भिवाड़ी में पैक कर बाजार में बेची गईं।
**गिरफ्तार किए गए कंपनी हेड्स का विवरण:**
1. प्रदीप गौड – Zentic Pharmaceuticals Pvt Ltd
2. शैलेन्द्र सिंह – BLBK Pharmaceutical Pvt Ltd
3. शिशिर सिंह – Oxi Pharma Pvt Ltd
4. तेजेन्द्र कौर – Keron Life Science Pvt Ltd
इन सभी को जानबूझकर फर्जी फर्म को दवा सप्लाई करने के गंभीर आरोपों के तहत गिरफ्तार किया गया है। अन्य राज्यों से भी इनके आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटाई जा रही है।
**जनस्वास्थ्य और न्याय की लड़ाई**
एसटीएफ की यह कार्रवाई नकली दवाओं के खिलाफ एक सख्त संदेश है। जीवन रक्षक दवाओं के साथ खिलवाड़ करने वाले इस गिरोह की जड़ें गहरी हैं, लेकिन उत्तराखंड पुलिस की सतर्कता और प्रतिबद्धता से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि दोषियों को कानून के कठोरतम प्रावधानों के तहत दंडित किया जाए।
यह मामला न केवल कानून व्यवस्था की परीक्षा है, बल्कि जनस्वास्थ्य की रक्षा और चिकित्सा क्षेत्र की विश्वसनीयता बनाए रखने की भी जिम्मेदारी है।
