HamariChoupal,31,08,2025
देहरादून। उत्तराखंड के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत ने गढ़वाल मंडल की लगातार हो रही उपेक्षा को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राज्य के इस महत्वपूर्ण क्षेत्र को योजनाओं, विकास कार्यों और प्रशासनिक प्राथमिकताओं में नजरअंदाज किया जा रहा है, जो न केवल अनुचित है बल्कि जनता के साथ विश्वासघात भी है।
हरक सिंह ने कहा, “गढ़वाल की जनता ने हमेशा सरकारों को समर्थन दिया है, लेकिन बदले में उन्हें केवल वादे और उपेक्षा मिली है। अब यह चुप्पी टूटेगी। जनता की भावनाओं से बार-बार खेलना बंद होना चाहिए।”
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार केवल चुनावी लाभ के लिए गढ़वाल का नाम इस्तेमाल करती है, लेकिन जब बात विकास की आती है तो यह क्षेत्र हाशिए पर डाल दिया जाता है। शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, रोजगार जैसे मूलभूत मुद्दों पर गढ़वाल को वह ध्यान नहीं मिल रहा है जो उसे मिलना चाहिए।
पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि यदि सरकार ने जल्द ही गढ़वाल के लिए ठोस योजनाएं नहीं बनाईं, तो जनता सड़कों पर उतरने को मजबूर होगी। उन्होंने चेतावनी दी कि “गढ़वाल की उपेक्षा अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह सिर्फ एक क्षेत्र नहीं, बल्कि उत्तराखंड की आत्मा है।”
हरक सिंह की यह टिप्पणी उस समय आई है जब राज्य में आगामी चुनावों की हलचल शुरू हो चुकी है और विभिन्न क्षेत्रों में असंतोष की आवाजें उठ रही हैं। उनकी बातों ने गढ़वाल के लोगों के बीच एक नई चर्चा को जन्म दिया है — क्या सरकार वास्तव में सभी क्षेत्रों को समान रूप से देख रही है, या कुछ हिस्सों को राजनीतिक चुप्पी में दबा दिया गया है?