Hamarichoupal,23,08,2025
चमोली/थराली( हमारी चौपाल ) उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली क्षेत्र में शुक्रवार देर रात बादल फटने से मची भारी तबाही के बाद जिला प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस बल राहत व बचाव कार्यों में दिन-रात जुटे हैं। जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी स्वयं मौके पर मौजूद रहकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं और स्थानीय लोगों से जानकारी प्राप्त कर राहत कार्यों को गति दे रहे हैं। इस बीच, भारी बारिश को देखते हुए थराली, देवाल और नारायणबगड़ विकासखंडों के सभी स्कूलों में शनिवार को अवकाश घोषित किया गया है।
राहत और बचाव कार्य जोरों पर
जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने स्थानीय लोगों से बातचीत कर उनकी समस्याएं सुनीं और त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए। प्रशासन ने हरमनी के पास क्षतिग्रस्त मार्ग को सुचारू कर लिया है, जिससे राहत कार्यों में तेजी आई है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और पुलिस की टीमें मलबे में फंसे लोगों को निकालने और प्रभावित क्षेत्रों में सहायता पहुंचाने में लगी हैं।
जिला प्रशासन ने आम लोगों से अपील की है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन से संपर्क करें। प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यक संसाधन और सहायता तुरंत उपलब्ध हो।
स्वास्थ्य विभाग की तैनाती
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अभिषेक गुप्ता ने बताया कि थराली आपदा में घायलों और प्रभावित लोगों की सहायता के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीमें तैनात की गई हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) थराली में वर्तमान में 4 चिकित्सा अधिकारी, 6 स्टाफ नर्स, 1 फार्मासिस्ट और 1 ड्राइवर के साथ एक एम्बुलेंस जीवन रक्षक दवाओं सहित तैनात है। इसके अतिरिक्त, दो 108 एम्बुलेंस और दो विशेषज्ञ चिकित्सा अधिकारियों की एक टीम राजकीय जिला चिकित्सालय (एसडीएच) कर्णप्रयाग से भेजी गई है। साथ ही, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) देवाल से एक अतिरिक्त चिकित्सा अधिकारी को भी तैनात किया गया है। ये टीमें आपदा प्रभावित लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता प्रदान करने के लिए अलर्ट मोड पर हैं।
राज्य आपातकालीन केंद्र सक्रिय
सचिव आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास श्री विनोद कुमार सुमन आईटी पार्क, देहरादून में स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में उपस्थित हैं और थराली आपदा से संबंधित अपडेट्स दे रहे हैं। प्रशासन ने मीडिया कर्मियों को सूचित किया है कि आपदा से संबंधित किसी भी जानकारी या बाइट के लिए श्री सुमन से संपर्क किया जा सकता है।
स्कूलों में अवकाश, जनता से सतर्कता की अपील
भारी बारिश और आपदा के मद्देनजर थराली, देवाल और नारायणबगड़ विकासखंडों के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों में शनिवार को अवकाश घोषित किया गया है। प्रशासन ने लोगों से नदियों, गदेरों और असुरक्षित क्षेत्रों से दूर रहने की अपील की है। साथ ही, आपात स्थिति में तुरंत स्थानीय प्रशासन या आपदा कंट्रोल रूम से संपर्क करने को कहा गया है।
मुख्यमंत्री धामी की सक्रिय निगरानी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी इस आपदा पर गहरा दुख व्यक्त कर चुके हैं और स्थिति की निरंतर निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने एक युवती की मलबे में दबने से हुई मौत पर शोक जताया और एक लापता व्यक्ति के सुरक्षित होने की कामना की। मुख्यमंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों से संपर्क कर नुकसान का जायजा लिया और राहत कार्यों में प्रशासन का सहयोग करने का निर्देश दिया।
आपदा का दायरा
थराली बाजार, केदारबगढ़, राडिबगड़ और चेपड़ों क्षेत्रों में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। मलबे और पानी के तेज बहाव ने एसडीएम आवास, तहसील परिसर, कई मकानों और दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया। कई वाहन मलबे में दब गए, और कर्णप्रयाग-ग्वालदम सड़क कई जगहों पर क्षतिग्रस्त हो गई। प्रशासन ने सड़क को सुचारू करने के लिए प्राथमिकता के आधार पर कार्य शुरू कर दिया है।
प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीमें प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने, चिकित्सा सहायता प्रदान करने और बुनियादी ढांचे को बहाल करने में जुटी हैं। केंद्र और राज्य सरकार के समन्वय से थराली में राहत कार्यों को और तेज करने की योजना है।
इस कठिन समय में प्रशासन और स्थानीय लोग एकजुट होकर स्थिति को सामान्य करने में जुटे हैं।