HamariChoupal,19,08,2025
भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। राजकीय हाई स्कूलों और इंटर कॉलेजों में प्रधानाध्यापक और प्रधानाचार्यों के 90% पद रिक्त चल रहे हैँ। विगत वर्ष 2018 से शिक्षक पदोन्नति की वाट जोह रहे हैँ। राज्य के शिक्षक निरंतर एल टी से प्रवक्ता और हेडमास्टर तथा प्रधानाचार्य पदों पर पदोन्नति की मांग कर रहे हैँ। शिक्षण संस्थान प्रभारी प्रधानाचार्यओं के भरोसे चल रहे हैँ।सरकार के कान पर जूँ तक नहीं रेंग रही है।सरकार पदोन्नति न करते हुए प्रधानाचार्य के पदों मे सीधी भर्ती के लिए नियमावली बनाकर हठ धर्मितापूर्वक संघ की मांग और पूर्व से चली आ रही नियमावली की अनदेखी कर रही है।शिक्षकों की पदोन्नति की मांग के समर्थन में पूर्व में राज्य के पचीस से अधिक विधायकों ने मन्त्री को पत्र प्रेषित किए हैँ किन्तु शिक्षामंत्री निरन्तर विधायकों सहित शिक्षक संगठनों की मांग की अनदेखी कर रहे हैँ।
राजकीय शिक्षक संघ के मंत्री रवि शंकर गुसाई ने बताया कि अनेक बार इसका विरोध किया जाता रहा है, किन्तु शिक्षामंत्री की करनी व कथनी में भिन्नता है। सरकार द्वारा उपेक्षित नाराज शिक्षक संघ ने 18 अगस्त से विद्यालय स्तर पर चाक डाउन हड़ताल का आह्वान किया है। अगले चरण में 25 अगस्त से ब्लॉक, 27 अगस्त से जनपद और 29 अगस्त से मंडल मुख्यालयों पर धरना – प्रदर्शन के साथ कार्य बहिष्कार किया जाना है। यदि सरकार हठधर्मिता से बाज न आई तो आगामी 1 सितम्बर से शिक्षा निदेशालय देहरादून में जिलेवार धरना – प्रदर्शन का कार्यक्रम तय किया गया है।
आज दूसरे दिन भी ब्लॉक भिकियासैंण के सभी 23 राजकीय माध्यमिक विद्यालयों के 195 शिक्षक – शिक्षिकाएँ चाक डाउन हड़ताल पर रहे। इस प्रकार ब्लॉक के शत प्रतिशत राजकीय शिक्षकों ने पदोन्नति की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार किया है। सरकार की हठधर्मिता व नक्कारेपन के कारण छात्रों का पठन – पाठन बाधित हो रहा है । शिक्षकों की मांगें जल्दी पूर्ण न हुई तो सरकार को वर्ष 2027 के विधान सभा चुनावों में भारी आक्रोश का सामना करना होगा।*