HamariChoupal,18,08,2025
चंबा, 18 अगस्त 2025: हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के कीरी गांव में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जहां प्राथमिक विद्यालय की एक मासूम छात्रा को केवल इसलिए बेरहमी से पीटा गया क्योंकि उसकी हाइट कम होने के कारण वह ब्लैकबोर्ड पर नहीं लिख पा रही थी। इस मामले में आरोपी जूनियर बेसिक टीचर (JBT) के राजनीतिक रसूख होने की बात सामने आई है। स्कूल प्रशासन पर पीड़ित परिवार को मामले को दबाने का दबाव डालने का आरोप है।
क्या है पूरा मामला?
चंबा जिले के कीरी गांव के सरकारी प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा को JBT शिक्षक ने कथित तौर पर बेरहमी से पीटा। पीड़िता की मां के अनुसार, बच्ची की छोटी हाइट के कारण वह ब्लैकबोर्ड पर लिखने में असमर्थ थी, जिसे शिक्षक ने उसका “कसूर” मानकर उसे क्रूरता से दंडित किया। इस घटना के बाद बच्ची कई घंटों तक बेहोश रही। जब पीड़ित परिवार उसे 108 एम्बुलेंस से अस्पताल ले जा रहा था, तो शिक्षक के परिजनों ने रास्ते में एम्बुलेंस को रोक लिया और बच्ची को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचने से रोका।
स्कूल प्रशासन पर दबाव का आरोप
सूत्रो के अनुसार, स्कूल प्रशासन पीड़ित परिवार पर मामले को रफा-दफा करने का दबाव बना रहा है। बताया जा रहा है कि आरोपी शिक्षक का राजनीतिक रसूख होने के कारण स्थानीय स्तर पर कार्रवाई में देरी हो रही है। परिवार का कहना है कि उनकी बेटी को न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक रूप से भी प्रताड़ित किया गया है।
पुलिस और प्रशासन की भूमिका
पीड़ित परिवार ने स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज की है, लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है। X पर इस घटना से संबंधित कुछ पोस्ट्स में स्थानीय लोगों ने पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं। एक पोस्ट में दावा किया गया कि शिक्षक के प्रभावशाली रसूख के कारण पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। हालांकि, पुलिस ने जांच शुरू करने की बात कही है, लेकिन कोई गिरफ्तारी अभी तक नहीं हुई।
स्थानीय समुदाय में आक्रोश
इस घटना ने कीरी गांव और आसपास के क्षेत्रों में आक्रोश फैला दिया है। अभिभावकों और स्थानीय लोगों ने स्कूल प्रशासन और शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
शिक्षा विभाग की चुप्पी
जिला शिक्षा विभाग ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। सूत्रों के अनुसार, विभाग इस मामले को आंतरिक रूप से सुलझाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन अभिभावकों का कहना है कि बिना कठोर कार्रवाई के न्याय नहीं मिलेगा।
आगे क्या ?
यह मामला अब स्थानीय स्तर से आगे बढ़कर सामाजिक और राजनीतिक चर्चा का विषय बन गया है। पीड़ित परिवार ने मांग की है कि आरोपी शिक्षक को तत्काल निलंबित किया जाए और मामले की निष्पक्ष जांच हो। साथ ही, उन्होंने बच्ची के उपचार और सुरक्षा की गारंटी की मांग की है। स्थानीय सामाजिक संगठनों ने भी इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन की चेतावनी दी है।