HamariChoupal,12,08,2025
देहरादून। मुख्यमंत्री की प्रेरणा और जिलाधिकारी सविन बंसल की दूरदर्शी कार्यशैली के परिणामस्वरूप राजधानी देहरादून के प्रमुख चौराहे अब केवल यातायात के केंद्र नहीं, बल्कि भव्य शोकेस में तब्दील हो चुके हैं। कुठालगेट, साई मंदिर तिराहा, दिलाराम चौक और ऐतिहासिक घंटाघर पर चल रहे सौंदर्यीकरण एवं यातायात सुगमता के कार्य लगभग पूर्णता की ओर हैं। इन स्थलों पर पारंपरिक पहाड़ी शैली में सौंदर्यीकरण के साथ-साथ आधुनिक ट्रैफिक प्रबंधन की व्यवस्था की गई है, जिससे जनसुरक्षा और सांस्कृतिक दर्शन एक साथ संभव हो सकेगा।
जिलाधिकारी सविन बंसल ने आज प्रातः इन स्थलों का स्थलीय निरीक्षण कर निर्माण कार्यों की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने कुठालगेट पर स्प्रिंग पोस्ट लगाने और शेष कार्यों को एक सप्ताह में पूर्ण करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने आश्वस्त किया कि निर्धारित समय में कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।

महज तीन माह में डीएम ने कुठालगेट, साई मंदिर और दिलाराम चौक पर अतिरिक्त साइड रोड का निर्माण, राउंड अबाउट की स्थापना और पहाड़ी शैली में सौंदर्यीकरण जैसे कार्यों को धरातल पर उतार दिया है। कुठालगेट और साई मंदिर तिराहे पर 10 मीटर चौड़ी दो अतिरिक्त मोटरेबल स्लिप रोड बनाई गई हैं, जिससे यातायात का दबाव कम होगा और सुगम संचालन सुनिश्चित होगा। साथ ही इन चौराहों को गढ़वाल और कुमाऊं की लोक संस्कृति से सजाया जा रहा है, जिसमें राज्य आंदोलनकारियों और महान विभूतियों की मूर्तियां भी शामिल हैं।
जिलाधिकारी ने ज्वाइनिंग के दूसरे माह से ही डिज़ाइन, सर्वे और कॉन्सेप्ट तैयार कर लिया था और लगातार धनराशि के समन्वय में जुटे रहे। स्मार्ट सिटी बजट से 10 करोड़ रुपये की व्यवस्था कर इन कार्यों को गति दी गई। विशेष बात यह रही कि समर्पित धनराशि को ही धर पकड़ कर बजट का प्रबंधन किया गया, जिसमें निर्माण के साथ आगामी तीन वर्षों तक रखरखाव की योजना भी शामिल है।

इन चौराहों पर पारंपरिक कलाकृतियों, धार्मिक स्थलों की झलक और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया जा रहा है ताकि देहरादून आने वाले पर्यटक राज्य की लोक परंपरा से रूबरू हो सकें। पहली बार राजधानी में यातायात सुगमता, जनसुरक्षा और सांस्कृतिक दर्शन को एक साथ समाहित करते हुए चौराहों का बहुआयामी विकास किया गया है।
शहर के 11 प्रमुख जंक्शनों पर ट्रैफिक लाइट लगाने का कार्य पूर्ण हो चुका है। साथ ही पांच वर्षों में पहली बार प्रमुख चौराहों पर लगे पुलिस सीसीटीवी कैमरों को इंटीग्रेट कर नियमित मॉनिटरिंग की व्यवस्था की गई है, जिससे सड़क सुरक्षा को और अधिक मजबूत किया जा सकेगा।

निरीक्षण के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह और स्मार्ट सिटी लिमिटेड के अधिकारी भी उपस्थित रहे। जिलाधिकारी की इस अभिनव पहल से राजधानी देहरादून न केवल तकनीकी रूप से उन्नत हो रही है, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी समृद्ध हो रही है। यह प्रयास मुख्यमंत्री के “हिल से हाइटेक” विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।