(संवाददाता – हमारी चौपाल, देहरादून)
देहरादून। राजधानी देहरादून के कैलाशपुर वार्ड नंबर 91, चंद्रमणि क्षेत्र के निवासी इन दिनों गंभीर मूलभूत समस्याओं से जूझ रहे हैं। एक वायरल वीडियो के माध्यम से स्थानीय निवासी ने इलाके की स्थिति का कड़ा और भावुक वर्णन किया है, जो आम जनमानस की दशा को दर्शाता है। इस वीडियो में साफ-साफ सुना जा सकता है कि नागरिक लगातार उपेक्षा, गंदगी, जलभराव और टूटी हुई सड़कों जैसी समस्याओं से त्रस्त हैं।
वीडियो में स्थानीय व्यक्ति की आवाज़ झलका रही है कि किस तरह से उन्हें बरसात के दिनों में कीचड़ और जलभराव से होकर गुजरना पड़ता है। उन्होंने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि, “हम लोग भी इंसान हैं, वोट लेने के लिए सब आते हैं, लेकिन समस्या का हल कोई नहीं करता।” उनकी पीड़ा स्पष्ट करती है कि यह महज असुविधा नहीं, बल्कि वर्षों से उपेक्षित विकास की वेदना है।
स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि नालियों की सफाई नहीं होती, गंदगी का ढेर सड़कों पर पड़ा रहता है और बरसात होते ही पूरा मोहल्ला तालाब में तब्दील हो जाता है। वृद्धों और बच्चों को आने-जाने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। एक महिला की आवाज़ भी वीडियो में सुनाई देती है, जो कहती हैं कि, “यहां जीवन जीना दिन-ब-दिन मुश्किल होता जा रहा है।”
प्रशासन पर सवाल:
निवासियों का कहना है कि कई बार पार्षद और नगर निगम अधिकारियों को इस संबंध में सूचित किया गया, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। वीडियो में व्यक्ति सवाल करता है, “क्या हमारी गलियों में रहना पाप है? क्या विकास सिर्फ कुछ खास मोहल्लों का ही हक है?”
जनप्रतिनिधियों से मांग:
चंद्रमणि क्षेत्र के लोग मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द क्षेत्र में जल निकासी, सड़क मरम्मत, और नियमित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यदि उनकी समस्याएं जल्द नहीं सुलझाई गईं, तो वे उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।
कैलाशपुर वार्ड 91 का यह मामला राजधानी देहरादून की उस हकीकत को उजागर करता है, जिसे अक्सर ‘स्मार्ट सिटी’ के दावों के पीछे छिपा दिया जाता है। अब वक्त आ गया है कि जनप्रतिनिधि और प्रशासन इन आवाजों को सुने और समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए।