हल्द्वानी, 18 मई 2025(हमारी चौपाल)उत्तराखंड राज्य में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ऐतिहासिक पहल पर 27 जनवरी 2025 से समान नागरिक संहिता (UCC) को लागू किया गया, जिससे यह कानून अपनाने वाला स्वतंत्र भारत का पहला राज्य बन गया है। UCC विधेयक 2024 का उद्देश्य उत्तराधिकार, विवाह जैसे मामलों में लैंगिक समानता को स्थापित करना है।
इस ऐतिहासिक विधेयक को 7 फरवरी 2024 को विधानसभा से पारित किया गया, जिसे 12 मार्च को राष्ट्रपति से मंजूरी प्राप्त हुई। 14 मार्च को संहिता की प्रभावी क्रियान्वयन हेतु नियमावली निर्माण की प्रक्रिया प्रारंभ की गई, जिसमें शासन में तत्कालीन अपर सचिव/विशेष सचिव गृह के रूप में कार्यरत पुलिस महानिरीक्षक कुमायूँ परिक्षेत्र, रिधिम अग्रवाल द्वारा महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई गई। लगभग एक वर्ष तक चली प्रक्रिया के बाद नियमावली तैयार की गई, जिसके उपरांत कार्मिकों को विशेष प्रशिक्षण प्रदान किया गया और एक ऑनलाइन पोर्टल की व्यवस्था की गई।
विवाह पंजीकरण में कुमायूँ परिक्षेत्र की उल्लेखनीय प्रगति
आई0जी0 रिधिम अग्रवाल द्वारा पदभार ग्रहण करते ही कुमायूँ के सभी जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि वे UCC पोर्टल पर समस्त पुलिसकर्मियों का विवाह पंजीकरण सुनिश्चित करें। इसके लिए प्रत्येक जनपद में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए और पुलिस लाइन्स, थानों एवं इकाइयों में कैम्प आयोजित किए गए। सभी पंजीकरण की दैनिक मॉनिटरिंग आई0जी0 स्तर पर की जा रही है।
अब तक की प्रगति (दिनांक 17.05.2025 तक):
कुल 3212 में से 3071 कार्मिकों द्वारा पंजीकरण किया जा चुका है, जो 95.61% है।
जनपदवार आंकड़े इस प्रकार हैं:
अल्मोड़ा: 308 में से 302 (98.05%)
बागेश्वर: 219 में से 212 (96.80%)
चंपावत: 299 में से 289 (96.66%)
नैनीताल: 925 में से 902 (97.51%)
पिथौरागढ़: 350 में से 333 (95.14%)
ऊधमसिंहनगर: 1088 में से 1010 (92.83%)
परिक्षेत्रीय कार्यालय: 23 में से 23 (100%)
शेष कार्मिकों के लिए विशेष निर्देश:
कुछ कार्मिक आधार संशोधन, न्यायालयीन प्रक्रियाएं, पारिवारिक समस्याएं, स्वास्थ्य कारण या जीवनसाथी के विदेश में होने जैसे कारणों से अभी पंजीकरण नहीं कर पाए हैं। आई0जी0 महोदया ने जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया है कि वे व्यक्तिगत स्तर पर इन मामलों का निराकरण कराकर शीघ्र 100% पंजीकरण सुनिश्चित करें।
जन सामान्य के लिए अपील:
आई0जी0 कुमायूँ रिधिम अग्रवाल ने आम नागरिकों से भी अनुरोध किया है कि वे अपनी सुविधा और अधिकारों की सुरक्षा हेतु UCC पोर्टल पर समय से विवाह पंजीकरण कराएं।
