हमारी चौपाल संवादददाता
आज दिनांक 07 मई 2025 को ऑपरेशन सिंदूर के अंतर्गत एक पूर्व निर्धारित मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। इस मॉक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य आपातकालीन स्थितियों में नागरिकों को स्वयं को सुरक्षित रखने तथा दूसरों की मदद करने के लिए प्रशिक्षित करना है।
इस संबंध में पुलिस महानिरीक्षक, कुमायूं परिक्षेत्र, श्रीमती रिधिम अग्रवाल ने जानकारी दी कि यह अभ्यास गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशा-निर्देशों तथा माननीय मुख्यमंत्री एवं उत्तराखण्ड शासन के निर्देशों के अनुरूप किया जा रहा है। समस्त जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने-अपने थाना क्षेत्रों में लोगों को जागरूक करें एवं उन्हें स्पष्ट रूप से अवगत कराएं कि इस अभ्यास को लेकर कोई घबराहट या तनाव (panic) करने की आवश्यकता नहीं है।
मॉक ड्रिल का उद्देश्य
आपातकालीन स्थितियों में लोगों को सुरक्षित रहने और सहायता प्रदान करने के उपायों की जानकारी देना।
अर्धसैनिक बल, पुलिस बल, सिविल सोसाइटी (जैसे NSS, NCC, स्काउट एंड गाइड) के रिस्पॉन्स टाइम और तैयारियों का आंकलन करना।
आपदा प्रबंधन की प्रक्रियाओं को मजबूत करना और नागरिक सहभागिता को बढ़ावा देना।
किसी भी अफवाह से बचना और केवल सरकारी निर्देशों का पालन करना।
आईजी महोदया ने यह भी स्पष्ट किया कि मॉक ड्रिल में चिकित्सा, अग्निशमन, आपदा प्रबंधन सहित अन्य संबंधित विभागों का समन्वय भी स्थापित किया गया है। यह एक योजनाबद्ध और पूर्वनियोजित अभ्यास है, जिससे जनता को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
सोशल मीडिया पर प्रचार का निर्देश
सभी जनपद प्रभारियों को निर्देशित किया गया है कि वे सोशल मीडिया के माध्यम से मॉक ड्रिल से संबंधित सूचनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करें, जिससे आमजन में कोई भ्रम या अफवाह न फैले।
निवेदन
जनता से अपील की जाती है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और इस अभ्यास को सामाजिक सुरक्षा और जागरूकता के एक अहम हिस्से के रूप में देखें। यह अभ्यास आपकी सुरक्षा और तैयारियों को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
