नई दिल्ली, 05मई 2025(हमारी चौपाल) देश की सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने के लिए केंद्र सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। पुलवामा हमले और हाल ही में पाकिस्तान की ओर से बढ़ते तनाव को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने 7 मई को पूरे देश में एक विशेष ‘मॉक ड्रिल’ आयोजित करने का आदेश दिया है। इस अभूतपूर्व अभ्यास का उद्देश्य है—हवाई हमले जैसी आपात स्थिति में आम नागरिकों को सजग करना, और सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता को परखना।
इस दिन सुबह से ही देशभर के प्रमुख शहरों में युद्ध सायरन की आवाज गूंजेगी, जिससे जनता को किसी संभावित हवाई हमले के प्रति चेतावनी देने का अभ्यास कराया जाएगा। यह विशेष प्रकार का वॉर्निंग सिस्टम होता है, जिसकी आवाज तीव्र और कंपनयुक्त होती है, जिसे सामान्य हॉर्न या पब्लिक सायरन से अलग आसानी से पहचाना जा सकता है।
क्या होगा इस मॉक ड्रिल में?
हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरन को पूरे देश में एक साथ बजाया जाएगा।
आम नागरिकों, छात्रों और संस्थानों को ‘सिविल डिफेंस’ यानी नागरिक सुरक्षा के तहत प्रशिक्षित किया जाएगा कि हमले की स्थिति में वे कैसे खुद को सुरक्षित रखें।
40 प्रकार के ‘क्रैश ब्लैक आउट’ उपायों की व्यवस्था की जाएगी, जिनमें बिजली आपूर्ति बंद करना, ट्रैफिक को नियंत्रित करना, और रोशनी कम करने जैसे कदम शामिल हैं।
महत्वपूर्ण सरकारी प्रतिष्ठानों, ऊर्जा संयंत्रों और सैन्य ठिकानों को तेजी से छुपाने की योजना और उसकी रिहर्सल की जाएगी।
साथ ही, भीड़भाड़ वाले स्थानों से लोगों को सुरक्षित निकालने की योजना पर भी अभ्यास किया जाएगा।
जनता से अपील: घबराएं नहीं, सहयोग करें
गृह मंत्रालय ने स्पष्ट किया है कि यह केवल एक मॉक ड्रिल है, कोई वास्तविक हमला नहीं हो रहा है। जनता से अपील की गई है कि वे भयभीत न हों, सायरन सुनकर घबराएं नहीं, बल्कि प्रशासन द्वारा बताए गए निर्देशों का पालन करें और अभ्यास में सहयोग करें।
यह अभ्यास न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह दर्शाता है कि भारत अब किसी भी खतरे के प्रति पूरी तरह सतर्क है। यह कदम आने वाले समय में देश को और भी अधिक सुरक्षित, सतर्क और सामरिक रूप से मजबूत बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है.