देहरादून,31मार्च 2025(हमारी चौपाल ): नवरात्र के दौरान उपवास में खाए जाने वाले कुट्टू के आटे से शहर में बड़ा खाद्य संकट खड़ा हो गया है। विभिन्न इलाकों से 216 लोग बीमार पड़ चुके हैं, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इनमें से 100 से अधिक मरीजों को गंभीर हालत में भर्ती किया गया है, जबकि बाकी को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
सबसे अधिक प्रभावित मरीज दीपनगर, ऋषिनगर और प्रेमनगर क्षेत्रों से हैं। जिला चिकित्सालय में 56, श्री महंत इंद्रेश अस्पताल में 7, दून अस्पताल में 37 और कोरोनेशन अस्पताल में दर्जनों मरीज भर्ती किए गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कोरोनेशन अस्पताल का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
शहरभर में छापेमारी, पुलिस और प्रशासन अलर्ट
घटना की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई शुरू कर दी है। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि कुट्टू के आटे की सप्लाई विकासनगर से हुई थी, जहां से दून की छह बड़ी दुकानों तक यह पहुंचा। प्रशासन ने लक्ष्मी ट्रेडर्स और शिवपाल चौहान के शिमला बाईपास स्थित गोदाम को चिन्हित किया है, जहां से आटा वितरित किया गया था।
इनके अलावा अग्रवाल ट्रेडर (दीपनगर), लक्ष्मी स्टोर (बंजारावाला), संजय स्टोर (करनपुर), शर्मा स्टोर (रायपुर), अग्रवाल ट्रेडर्स (केदारपुरम) और कोहली ट्रेडर्स समेत कई दुकानों से आटा जब्त कर लिया गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें आटे के सैंपल इकट्ठा कर जांच में जुट गई हैं।
स्वास्थ्य मंत्री और प्रशासन हरकत में
घटना की सूचना मिलते ही स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत भी कोरोनेशन अस्पताल पहुंचे। उन्होंने डॉक्टरों से मरीजों की स्थिति का अपडेट लिया और स्वास्थ्य सुविधाओं को और बेहतर करने के निर्देश दिए। प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, तब तक कुट्टू के आटे का सेवन न करें।
शहरभर में खाद्य सुरक्षा अधिकारियों द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही है, और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस घटना के बाद शहर में दहशत का माहौल है, और लोग नवरात्रि के दौरान खाने-पीने की चीजों को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरत रहे हैं।