Hamarichoupal,19,02,2025
उत्तराखंड की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने देहरादून में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जो अमेरिका और कनाडा के नागरिकों को एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट के नाम पर ठग रहा था। इस कार्रवाई में 11 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया और बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए गए हैं।
आरोपी स्वयं को एप्पल और माइक्रोसॉफ्ट का प्रतिनिधि बताते थे और ग्राहक को यह विश्वास दिलाते थे कि उनके कंप्यूटर में तकनीकी गड़बड़ी है। इसके बाद, उन्होंने ग्राहक से पैसे लेकर उन समस्याओं को “सुधारने” का झांसा दिया।
एसटीएफ और स्थानीय पुलिस ने पटेलनगर क्षेत्र में स्थित ‘आई क्रिएट सॉल्यूशन’ (आईसीएस) नामक इस कॉल सेंटर पर छापेमारी की। यहां 13 लैपटॉप पर काम कर रहे युवकों को हिरासत में लिया गया। आरोपी विदेशियों से बातचीत करने के लिए एक्स लाइट डायलर नामक एप का उपयोग करते थे और फिर उन्हें एनी डेस्क और टीम व्यूअर जैसे रिमोट एक्सेस एप डाउनलोड करने के लिए कहते थे। इसके बाद, वे ग्राहकों के डिवाइस में अश्लील वेबसाइट का पॉपअप मैसेज भेजकर उन्हें डराने-धमकाने का काम करते थे। इसके जरिए वे 40 से 70 डॉलर तक की ठगी कर रहे थे।
इस गिरोह का सरगना सौरभ वशिष्ठ है, जो पहले ट्रांसपोर्ट नगर में एक ट्रैवल एजेंसी चलाता था। वह कुछ समय पहले दिल्ली गया था, जहां उसने कॉल सेंटर के काम की बारीकियों को सीखा और फिर अपने अनुभव का उपयोग करके यह फर्जी कॉल सेंटर स्थापित किया।
गिरफ्तार किए गए आरोपितों में विभिन्न शहरों के निवासी शामिल हैं, जिनमें पंजाब और उत्तराखंड के युवा और युवतियां शामिल हैं। सभी के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
एसएसपी नवनीत सिंह भुल्लर ने बताया कि इस गिरोह ने करोड़ों रुपये की ठगी की है और इस मामले में अब आगे की जांच जारी है।