देहरादून, 31 जनवरी 2025 – पुलिस लाइन देहरादून में आज एक भावुक और गरिमामय विदाई समारोह आयोजित किया गया, जिसमें जनवरी 2025 में सेवानिवृत्त होने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानपूर्वक विदाई दी गई। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून ने इस अवसर पर सेवानिवृत्त अधिकारियों को शॉल, स्मृति चिन्ह और उपहार भेंट किए और उनके उज्ज्वल भविष्य व उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।
एसएसपी ने अपने संबोधन में कहा कि ये अधिकारी दशकों तक सेवा में रहते हुए पुलिस विभाग के मजबूत स्तंभ बने रहे और भविष्य में भी उनके अनुभवों से मार्गदर्शन मिलता रहेगा। समारोह के दौरान पुलिस अधीक्षक विकासनगर/ऋषिकेश, क्षेत्राधिकारी मसूरी, सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों के परिवारजन और दून पुलिस परिवार के अन्य अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित रहे।
सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों का योगदान सराहनीय
इस अवसर पर सेवानिवृत्त पुलिसकर्मियों के दीर्घ सेवाकाल और उनके उल्लेखनीय योगदान की सराहना की गई। इनमें से कुछ ने 40 से अधिक वर्षों तक उत्तराखंड पुलिस में अपनी सेवाएँ दीं। सेवानिवृत्त अधिकारियों में प्रमुख रूप से शामिल हैं:
श्री सुरेश चंद्र (मुख्य अग्निशमन अधिकारी) – 37 वर्ष, 10 माह 11 दिन की सेवा
श्री रघुवीर सिंह (निरीक्षक ना0पु0) – 41 वर्ष, 02 माह 11 दिन की सेवा
श्री प्रेम सिंह नेगी (उ0नि0 ना0पु0) – 40 वर्ष, 04 माह की सेवा
श्री अतर सिंह भंडारी (उ0नि0 स0पु0) – 40 वर्ष, 03 माह 30 दिन की सेवा
श्रीमती भारती डोभाल (सहायक उ0नि0 एम) – 28 वर्ष, 01 माह 21 दिन की सेवा
श्रीमती शोभा देवी गौड़ (अ0उ0नि0) – 35 वर्ष, 11 माह 30 दिन की सेवा
श्री माधवानंद पाण्डेय (अ0उ0नि0) – 41 वर्ष, 02 माह 11 दिन की सेवा
श्री जगमोहन सिंह (अ0उ0नि0) – 40 वर्ष, 01 माह 21 दिन की सेवा
श्री पीताम्बर दत्त (मुख्य आरक्षी प्रो0 ना0पु0) – 41 वर्ष, 01 माह 11 दिन की सेवा
श्री अशोक कुमार (आरक्षी प्रो0 ना0पु0) – 22 वर्ष, 09 माह 04 दिन की सेवा
श्री हेम चंद्र पाठक (मुख्य आरक्षी 274 ना0पु0) – 23 वर्ष, 03 माह 21 दिन की सेवा
पुलिस परिवार के प्रति सम्मान और कृतज्ञता
समारोह में विदाई लेने वाले अधिकारियों ने अपने सेवाकाल की यादें साझा कीं और पुलिस विभाग से मिले सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। उनके सम्मान में ढोल-नगाड़ों की धुन बजी और साथी पुलिसकर्मियों ने उन्हें शुभकामनाओं के साथ विदा किया।
इस भावुक अवसर पर पुलिस विभाग ने यह संदेश दिया कि सेवानिवृत्ति के बाद भी पुलिसकर्मियों का योगदान और अनुभव विभाग के लिए मूल्यवान रहेगा।