विकासनगर(आरएनएस)। सरकार जनता के द्वार अभियान के तहत पछुवादून की सोरना-डोभरी पंचायत में आयोजित ग्राम चौपाल में मंगलवार को ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं रखीं। लेकिन सभी विभागों के अधिकारियों के नहीं पहुंचने से ग्रामीणों ने आक्रोश जताया। चौपाल में ग्रामीणों ने 43 विभिन्न समस्याएं उठाईं। मंगलवार को ग्राम पंचायत सोरना डोभरी के सोरना गांव में ग्राम चौपाल लगाई गई। चौपाल में अपनी समस्याओं को लेकर बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। सुबह 11 बजे से शुरू हुई चौपाल में करीब एक घंटे तक ग्रामीण और मौजूद कुछ अधिकारी अन्य विभागों के अधिकारियों का इंतजार करते रहे। लेकिन किसी भी विभाग से कोई सक्षम अधिकारी नहीं पहुंचा। सिर्फ जिला विकास अधिकारी और खंड विकास अधिकारी चौपाल में मौजूद रहे। अन्य विभागों से अधिकारियों के नहीं पहुंचने से ग्रामीणों में नाराजगी नजर आई। ग्राम प्रधान नीलम रावत, क्षेत्र पंचायत सदस्य सपना, भारतीय किसान मोर्चा के उपाध्यक्ष अरविंद सोलंकी, रंजौर सिंह, किसान सहकारी सेवा समिति के पूर्व अध्यक्ष सुरेश ने कहा कि अधिकांश विभागों के अधिकारियों की गैर मौजूदगी के कारण ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया। उन्होंने कहा कि पेयजल निगम, जल संस्थान, जल जीवन मिशन, ऊर्जा निगम, सिंचाई विभाग, लोक निर्माण विभाग से कोई अधिकारी चौपाल में मौजूद नहीं था। जबकि वन विभाग ने एक वन आरक्षी को भेज कर अपनी हाजिरी लगाई। ग्रामीणों ने बताया कि इन दिनों बरसात के मौसम में सड़कें क्षतिग्रस्त होने, पेयजल लाइनों के बाढ़ में से बहने और सिंचाई गूलों के टूटने से कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इन समस्याओं को सुनने वाला कोई विभागीय अधिकारी चौपाल में मौजूद नहीं था। उप निबंधक पूरण सिंह पयाल की अध्यक्षता में आयोजित चौपाल में ग्रामीणों ने अधिकारियों के मौजूद नहीं रहने पर नाराजगी जताते हुए आयोजन के औचित्य पर ही सवालिया निशान लगाए। चौपाल में ग्रामीणों की 43 समस्याएं सामने आई। इनके निराकरण का आश्वासन अध्यक्षता कर रहे अधिकारी ने दिया। मौके पर एडीओ संदीप सिंह, रेणू भारद्वाज आदि मौजूद रहे।
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