अल्मोड़ा(आरएनएस)। भारी बारिश के बीच भी खत्याड़ी की महिलाओं का आक्रोश थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को महिलाओं ने हाथों में छाता लेकर शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। चेतावनी दी कि जल्द बार को बंद नहीं किया गया तो वह एनएच में जाम लगाकर आवाजाही बंद करने के लिए मजबूर होंगी। खत्याड़ी वासियों के विरोध के बाद भी प्रशासन ने मुख्य मार्ग पर बार खोलने को अनुमति दे दी। इससे जिले की सबसे बड़ी ग्राम सभा के लोगों में आक्रोश भड़क गया। उन्होंने प्रशासन पर वादा खिलाफी का आरोप लगाते हुए आंदोलन शुरू कर दिया। महिलाओं का कहना है कि खत्याड़ी में मेडिकल कॉलेज के अधीन बेस अस्पताल है। अस्पताल में न डॉक्टर हैं और न ही सुविधाएं। सरकार स्वास्थ्य सेवा सुधारने के बजाए युवा पीढ़ी को नशे की गर्त में धकेलने का काम कर रही है। एक तरफ युवा बेरोजगार है, वहीं दूसरी ओर से उन्हें बर्बाद करने की साजिश रची जा रही है। एक स्वर में कहा कि वह किसी भी हाल में खत्याड़ी में बार का संचालन नहीं होने देंगी। अगर प्रशासन ने बार को बंद नहीं कराया तो वह उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगी। इसके लिए उन्होंने एक सप्ताह का अल्टीमेटम दिया है। साथ ही कहा कि इस दौरान किसी प्रकार की अप्रिय घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी शासन-प्रशासन की होगी।
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