ऋषिकेश(आरएनएस)।सीमा डेंटल कॉलेज एवं हास्पिटल में दीक्षांत समारोह हुआ। जिसमें एमडीएस के 78 और बीडीएस के 431 छात्र-छात्राओं को डिग्री प्रदान की गई। एम्स निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने कहा कि दंत चिकित्सकों की जरूरत सिर्फ बड़े शहरों तक ही नहीं अपितु गांव में भी है। सोमवार को सीमा डेंटल कॉलेज एवं हास्पिटल ऋषिकेश में एचएनबी गढ़वाल केन्द्रीय विश्वविद्यालय के तत्वावधान में स्नाकोत्तर एवं स्नातक छात्रों का दीक्षान्त समारोह आयोजित हुआ। जिसका शुभारंभ एम्स ऋषिकेश की डायरेक्टर प्रो. मीनू सिंह, एचएनबी विवि के कुलपति प्रतिनिधि प्रो. आरसी भट्ट, सीमा डेन्टल कॉलेज एवं हास्पिटल के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. आरके गुप्ता, चेयरमैन डॉ. अमित गुप्ता, कार्यकारी निदेशक अजय गर्ग ने संयुक्त रूप से दीप जलाकर किया। प्रो. मीनू सिंह ने कहा कि दंत चिकित्सकों की जरूरत सिर्फ बड़े शहरों तक ही सीमित न होकर गांव-गांव तक है, यही आज की आवश्यकता है। एक सफल चिकित्सक वही है, जो रोगी के रोग से पहले उसके मन की व्यथा समझ पाए तथा सिर्फ दांत का ही नहीं वरन उनके पूर्ण व्यक्तित्व का इलाज कर सके। कार्यक्रम में एमडीएस बैच 2016, 2017, 2018, 2019 एवं 2020 के 78 स्नाकोत्तर छात्रों एवं बीडीएस बैच 2014, 2015, 2016, 2017 एवं 2018 के 431 स्नातक छात्रों को कुलपति प्रतिनिधि प्रोफेसर आरसी भट्ट ने उपाधि प्रदान की। उन्होंने कहा कि संस्थान लगातार उत्तराखंड ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण भारतवर्ष को कुशल दंत चिकित्सक प्रदान कर रहा है। संस्थान के चेयरमैन डॉ. अमित गुप्ता ने कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि हमारे ये छात्र सम्पूर्ण भारतवर्ष एवं विश्व में हमारे संस्थान का नाम रोशन कर रहे हैं। संस्थापक अध्यक्ष डॉ. आरके गुप्ता ने सभी को भविष्य में बेहतर ढंग से चिकित्सकीय सेवा देने को प्रेरित किया। मौके पर प्रधानाचार्य डॉ. पी नारायण प्रसाद, डायरेक्टर डॉ. अनिरूद्ध गुरु प्रताप सिंह एवं उप प्रधानाचार्य डॉ. प्रेम प्रकाश, प्रोस्थोडोन्टिक्स विभाग की प्रो. ज्योत्सना सेठ, विभाष कोटनाला आदि उपस्थित रहे।
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