ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में भारतीय सिनेमा की प्रसिद्ध अभिनेत्री रवीना टंडन आयी। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी और साध्वी भगवती जी के पावन सान्निध्य में विश्व विख्यात गंगा आरती में सहभाग किया। अभिनेत्री रवीना टंडन ने बुलंदी, अक्स, टेलीविजन श्रृंखला साहिब बीवी गुलाम, सैंडविच आदि अनेक फिल्मों में अभिनय कर समाज को उत्कृष्ट संदेश दिया। अभिनेत्री रवीना टंडन ने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी से भेंट का आशीर्वाद लिया। स्वामी जी ने फिल्मों, सिनेमा व अभिनय के माध्यम से भारतीय संस्कृति व संस्कारों के वास्तविक संदेश, मूल व मूल्यों को प्रसारित करने हेतु प्रेरित किया।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि सिनेमा, समाज को जागरूक करने का सबसे उत्कृष्ट माध्यम है। सिनेमा विभिन्न कलाओं का संगम है। संस्कृति से साहित्य और साहित्य से सिनेमा का सूत्रपात हुआ है इसलिये साहित्य और सिनेमा दोनों का उद्देश्य समाज में संस्कृति का प्रसार व समस्याओं का समाधान प्रस्तुत करना होना चाहिये।
स्वामी जी ने कहा कि समाज में व्याप्त समस्यायें, हमारी ऐतिहासिक धरोहरों और उत्कृष्ट मूल्यों से साहित्य को स्याही और सिनेमा को अभिनय करने की कला प्राप्त होती है। सामाजिक मूल्यों, मूल, संस्कृति व गौरवशाली इतिहास से साहित्य निखरता है और फिर समाज को निखारता है। सिनेमा में इन्द्रधनुष के रंग भी उसी से आते हैं। साहित्य और सिनेमा समाज को उत्कृष्ट दिशा देने का सर्वश्रेष्ठ माध्यम हो सकता है परन्तु इसके लिये दोनों को सनातन मूल्यों व गौरवशाली संस्कृति की गरिमा के साथ आगे बढ़ना होगा।
स्वामी जी ने कहा कि साहित्य व सिनेमा के माध्यम से हम समाज को क्या परोस रहे हैं उस पर चिंतन करना अत्यंत आवश्यक है। साहित्य व सिनेमा को बाजार व व्यापार नहीं बल्कि परिवार व संस्कारों के पैमाने देखना होगा। साथ ही इस ओर चिंतन, मनन, मंथन और प्रबंधन भी करना होगा।
स्वामी जी ने कहा कि साहित्य और सिनेमा का सूत्रपात केवल मनोरंजन के लिए नहीं हुआ है बल्कि एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक संस्कार, मूल व मूल्यों को पहुंचाने के लिये हुआ है इसलिये सिनेमा की गुणवत्ता और सफलता का मापदंड प्रसारित संदेश और गरिमा पर किया जाना चाहिये।
अभिनेत्री रवीना टंडन ने कहा कि गंगा तट, परमार्थ निकेतन आकर हमारी उत्तराखंड की यात्रा पूर्ण हुई। पूज्य स्वामी जी महाराज के दर्शन, आशीर्वाद और उनके आशीर्वाद स्वरूप प्राप्त रूद्राक्ष का पौधा मुझे सदैव इस यात्रा की याद दिलायेगा। वास्तव में परमार्थ निकेतन जनजागरण का अद्भुत केन्द्र है जहां पर आरती के पश्चात राष्ट्रगान प्रतिदिन होता है। यह सब देखकर मुझे चाणक्य की याद आ गयी जिन्होंने श्रेष्ठ राज्य व श्रेष्ठ राजा की स्थापना में अपना जीवन समर्पित कर दिया। ऐसा संगम कभी-कभी ही देखने को मिलता है।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने अभिनेत्री रवीना टंडन को रूद्राक्ष की माला और रूद्राक्ष का पौधा आशीर्वाद स्वरूप भेंट कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश प्रसारित करने हेतु प्रेरित किया।
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