(आरएनएस)
देहरादून। पहाड़ी स्वाभिमान सेना और विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों ने रविवार को शहीद स्थल पर बैठक आयोजित की। जिसमें 18 सितंबर को अंकिता भंडारी की पहली पुण्यतिथि पर प्रदेशभर में मशाल जुलूस निकालने व कैंडल मार्च करने का निर्णय लिया गया। वक्ताओं ने कहा कि अब वीआईपी के नाम का खुलासा नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सबूत मिटाने के लिए रिसॉर्ट तोड़ने की आरोपी विधायक के खिलाफ भी कार्रवाई नहीं हुई। फास्ट ट्रैक कोर्ट में भी मामले की सुनवाई नहीं हो रही। बैठक में तय किया गया कि अंकिता को न्याय दिलाने के लिये 18 सितंबर को मशाल जुलूस, कैंडल मार्च निकाला जाएगा। साथ ही हर घर एक दिया अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान आंदोलनकारी मंच से अध्यक्ष जगमोहन सिंह नेगी, प्रदीप कुकरेती, पहाड़ी स्वाभिमान सेना से प्रमोद काला, योगेश बिष्ट, पंकज उनियाल, अनिकेत नौटियाल, सुलोचना भट्ट, लूसून टोडरिया, मीनाक्षी घिल्डियाल, प्रशांत कांडपाल, नितिन उपाध्याय,आशीष कुकरेती, पंकज नेगी, डीपी राणाकोटि, देवचंद्र उत्तराखंडी, दुर्गेश कैंथोला आदि मौजूद थे।