देहरादून 12 अगस्तअनुराग गुप्ता। बागेश्वर उपचुनाव में प्रत्याशी की अधिकारिक घोषणा से पहले ही, पिछली बार चुनाव लड़े रणजीत दास के भाजपा में जाने से कांग्रेस को झटका लगा है। पार्टी ने इसे सत्ता का दबाव बताया है। वहीं अब कांग्रेस पर आप नेता बसंत कुमार को पार्टी में शामिल करने का दबाव बढ़ गया है। कांग्रेस बागेश्वर उपचुनाव को रोचक बनाने के लिए पिछली बार आप से दमदार प्रदर्शन करने वाले बसंत कुमार को पार्टी में शामिल करने की कोशिश कर ही रही थी कि पूर्व प्रत्याशी रहे रणजीत दास उसका साथ छोड़ गए हैं। कांग्रेस नेताओं के मुताबिक पार्टी लगातार उनके सम्पर्क में थी, अभी टिकट की घोषणा भी नहीं हुई थी, इस तरह उनका पहले ही दल -बदल करना पार्टी को चौंका गया। इधर, पार्टी अब बसंत कुमार पर दांव लगाने का मन बना चुकी है, लेकिन अब तक उन्हेांने पार्टी की सदस्यता ग्रहण नहीं की है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार इसमें अभी एक दो दिन का समय लग सकता है। इस बीच प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा भी लगातार बागेश्वर में डेरा डाले हुए हैं। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष संगठन और प्रशासन मथुरा दत्त जोशी के मुताबकि बसंत कुमार का पहले ही भाजपा में जाने का मतलब है कि उनकी भाजपा से पहले से ही सांठ गांठ चल रही थी। जोशी ने कहा कि इससे साफ है कि बागेश्वर उपचुनाव को अभी से धनबल के जरिए प्रभावित किया जा रहा है।
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