आरएनएस
चमोली (उत्तराखंड)। उत्तराखंड के चमोली में आज सुबह एक बड़ा हादसा हुआ है. अलकनंदा नदी के तट पर नमामि गंगे प्रोजेक्ट के निर्माणाधीन सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में बड़े हादसे की खबर है. यहां करंट लगने से फौरी तौर पर 15 लोगों की मौत की सूचना है. वहीं, कई लोगों के झुलसने की सूचना है। घायलों को पीपलकोटी अस्पताल ले जाया गया है। पुलिस और रेस्क्यू टीमें मौके पर मौजूद हैं। सीएम धामी ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, चमोली में नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर काम चल रहा है। बुधवार को जिस समय हादसा हुआ, उस वक्त साइट पर 24 लोग मौजूद थे, झुलसे से करीब दस लोगों की मौत हुई है।
वहीं, झुलसे हुए कई लोगों को जिला अस्पताल ले जाया जा रहा है। डीएसपी प्रमोद शाह ने बताया कि कुछ झुलसे हुए लोगों को जिला अस्पताल भेजा गया है। उनके चिकित्सीय परीक्षण के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी
मीटर के तारों से फैला करंट
चमोली के ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना ने आरएनएस संवाददाता को बताया कि बीती रात को बिजली का तीसरा फेस डाउन हो गया था। बुधवार को सुबह तीसरे फेज को जोड़ा गया, जिसके बाद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट दौड़ गया। ट्रांसफार्मर से लेकर मीटर तक कहीं एलटी और एसटी के तार नहीं टूटे हैं, मीटर के बाद तारों में करंट दौड़ा है।
चमोली जिले के प्रभारी मंत्री धन सिंह रावत ने समाचार एजेंसी आरएनएस से बात करते हुए कहा कि 15 लोगों की मौत हुई है। रेस्क्यू के लिए हेलीकॉप्टर भिजवाए गए हैं. वो भी कुछ देर में मौके पर पहुंच रहे हैं. वहीं, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने बताया कि वो भी घटना की ज्यादा जानकारी ले रहे हैं। इसी बीच खबर आ रही है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी घटनास्थल पर पहुंच सकते हैं और शाम तक मुआवजे का ऐलान हो सकता है।
चमोली के अलकनंदा नदी के तट पर बने नमामि गंगे के प्रोजेक्ट साइड पर एक ट्रांसफॉर्मर फट गया. हादसा इतना भयंकर था कि कई लोगों के करंट की चपेट में आने की खबर सामने आ रही है. यह हादसा चमोली के सीवर ट्रीटमेंट स्टेशन में हुआ है. बताया जा रहा है कि पहले एक व्यक्ति करंट की चपेट में आया था, उसे बचाने गए लोग भी करंट की चपेट में आ गए.