देहरादून। फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया(एफसीआई) में नौकरी लगाने के नाम पर दून निवासी व्यक्ति से 8.50 रुपये की धोखाधड़ी की गई। कैंट पुलिस ने मामले में पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस के अनुसार, नितिश कुमार निवासी टपकेश्वर कॉलोनी गढ़ी कैंट ने तहरीर दी कि उसकी पहचान भारती अधिकारी से अपने मामा सुनील कुमार के घर पर हुई थी। भारती ने बताया कि उसके पति शोमिंद्र अधिकारी ओएनजीसी जोधपुर में कार्यरत हैं। उन्होंने कई लोगों की नौकरी लगवाई हैं। नौकरी की उम्मीद में नितिश ने महिला से पूरी जानकारी ली। महिला ने बताया कि एफसीआई में उनकी नौकरी लगवा दी जाएगी। कुछ दिन बाद आरोपियों ने नौकरी के लिए आवेदन करने के लिए कहा। बताया गया कि कुछ पैसे सिक्योरिटी के रूप में जमा करने होंगे, जो बाद में जीवीएफ के माध्यम से वापस मिल जाएंगे।
नितिश ने बताया कि उन्होंने 21 नवंबर 2019 को शैफाली अधिकारी के बैंक खाते में एक लाख रुपये जमा कराए। एक महीने बाद इनरोलमेंट के नाम पर 1.50 लाख रुपये लिए गए। चेतावनी दी कि पैसे जमा नहीं कराए तो आवेदन निरस्त हो जाएगा। 12 दिसंबर 2019 को फिर 1.50 लाख रुपये जमा कराने को कहा। ऐसा करते-करते नकद और खातों में कुल 8.50 लाख रुपये लिए गए। कुछ दिन बाद आरोपियों ने आईडी कार्ड देकर बताया कि नौकरी मिल गई है। आगे ट्रेनिंग के लिए दिल्ली जाना होगा। दिल्ली जाने के बाद बताया गया कि ट्रेनिंग मुंबई में हो रही है। मुंबई पहुंचे तो इस दौरान 2020 में कोरोना के कारण वापस घर भेज दिया गया। बताया गया कि लॉकडाउन के बाद ट्रेनिंग होगी। बाद में उन्होंने संबंधित विभाग में नियुक्ति के बाबत जानकारी ली तो पता चला विभाग की ओर से किसी को ट्रेनिंग नहीं दी जा रही है। आरोप लगाया कि भारती अधिकारी, शोमिंद्र अधिकारी, शैफाली अधिकारी, अनिल भट्ट और नेमी भट्ट ने षड्यंत्र रचकर उनके रुपये हड़पे।