देहरादून। भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए) में सेना के भावी अफसरों ने गुरुवार को कदमताल करते हुए अपना दम दिखाया। ऐतिहासिक चैटवुड ड्रिल स्क्वायर पर जोश के साथ कैडेट्स ने अपनी शानदार ट्रेनिंग और अनुशासन का परिचय दिया। इस दौरान भारतीय सैन्य अकादमी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा ने सलामी लेते हुए भावी अफसरों को संदेश दिया।
भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में पासिंग आउट परेड से पहले कमांडेंट परेड का आयोजन। भारतीय सैन्य अकादमी में इन दिनों आगामी पासिंग आउट परेड की तैयारियों चल रही है। पासिंग आउट परेड से पहले होने वाले तमाम कार्यक्रमों को भी संपन्न किया जा रहा है। इसी कड़ी में 10 जून को भारतीय सैन्य अकादमी में होने वाली पासिंग आउट परेड से पहले कमांडेंट परेड का आयोजन किया गया। इस बार पासिंग आउट परेड में 332 भारतीय और 42 मित्र देशों के विदेशी जेंटलमैन कैडेट्स (जीसी) शामिल होने जा रहे हैं। हालांकि, आईएमए में पासिंग आउट परेड से पहले कमांडेंट परेड के दौरान भी जेंटलमैन कैडेट्स कदमताल करते हुए नजर आए। इस दौरान रिव्यूइंग ऑफिसर के रूप में कमांडेंट विजय कुमार मिश्रा ने परेड की सलामी ली।
भारतीय सैन्य अकादमी के कमांडेंट विजय कुमार मिश्रा ने देश के भविष्य के अफसरों को संदेश देते हुए कहा कि सेना से जुड़ना गौरव की बात है और उन्होंने सभी जेंटलमैन कैडेट्स को अपने प्रशिक्षण को बेहतर तरीके से पूरा करने के लिए बधाई देते हुए भविष्य की चुनौतियों के लिए शुभकामनाएं भी दी। लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा ने कहा कि आपको हमेशा याद रखना चाहिए कि नेतृत्व शक्तियां अधिकार देने से जुड़ा नहीं है, बल्कि इसके साथ ही सेवा और जिम्मेदारी भी जुड़ जाती है।
सर्विस सब्जेक्ट में ब्रिगेड ऑफ गॉड्स मैडल अंडर आफीसर दपिंदर दीप सिंह गिल को मिला।उन्होंने कहा कि एक अफसर के रूप में आप के निर्णय और काम कई लोगों को प्रभावित करेंगे। इसलिए उदार और सहानुभूति के भाव से अपने अधीनस्थों के बीच बेहतर सौहार्द बनाए रखें। उन्होंने कहा कि भारतीय सैन्य अकादमी में मानसिक और शारीरिक रूप से उच्चतम दक्षता से जेंटलमैन कैडेट्स को सुसज्जित किया गया है। अकादमी ने शस्त्र शिक्षा में तो कैडेट्स को पारंगत किया ही है, साथ ही मानसिक रूप से भी मजबूत करने का काम किया गया। कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा ने जेंटलमैन कैडेट्स को सम्मानित किया।