Hamarichoupal,09,09,2022
अच्छे स्वास्थ्य के लिए अच्छी नींद और अच्छी नींद के लिए सही तरीके से सोना बेहद जरूरी है क्योंकि इससे हमारा स्वास्थ्य प्रभावित होता है। खासकर अगर कोई पेट के बल सोता है तो इस अनुचित स्थिति में सोने से नींद में बाधा, तनाव में वृद्धि और खराब परिसंचरण हो सकता है। आइए आज पेट के बल सोने के नुकसान समेत उन मुद्रा के बारे में जानते है, जिनमें सोने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
नुकसान
पेट के बल सोने के नुकसान
विशेषज्ञ पेट के बल सोने को सबसे खराब नींद की मुद्रा मानते हैं क्योंकि यह फेफड़ों और छाती पर बहुत अधिक दबाव डालता है, जो आपके सांस लेने के कार्य को बाधित कर सकता है। इसके अतिरिक्त, इससे पीठ समेत गर्दन पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है और रक्त प्रवाह में कमी भी होती है। एक और नींद की मुद्रा है, जिससे आपको बचना चाहिए वह है भ्रूण की मुद्रा। इसके कारण पीठ की विभिन्न समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
पीठ के बल सोना
अगर आप पीठ के बल सोएंगे तो आपके लिए बेहतर होगा। जब आप पीठ के बल सोएं तो एक तकिए को अपने घुटनों के नीचे और एक तकिए को अपनी पीठ के नीचे रखें। वैसे जब पीठ या कंधे में दर्द हो तो आपको जिस मुद्रा में सोने से आराम महसूस हो, आप उसी मुद्रा में सोएं। हालांकि, अगर आप पीठ के बल सोएंगे तो आपको जल्दी आराम मिलेगा।
बाईं करवट सोना
अगर कभी भी आपको पेट में दर्द या फिर गैस जैसी समस्या हो तो भी आप अपने सोने की मुद्रा पर ध्यान दें क्योंकि इससे आपकी समस्याएं जल्द दूर हो सकती हैं। ऐसी समस्याओं से राहत पाने के लिए आपको बाईं करवट लेकर पैरों को थोड़ा मोडक़र सोना चाहिए। दरअसल, इस मुद्रा में सोने से पाचन क्रिया पर सकारात्मक असर पड़ता है, जिसके परिणामस्वरूप पेट में दर्द और गैस जैसी समस्याओं से राहत मिल सकती है।
पैरों और पीठ के नीचे तकिया रखकर सोना
महिलाओं में पीरियड्स हर माह होने वाली प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसके दौरान उन्हें कई बार पेट, पैर और पीठ में दर्द का सामना करना पड़ जाता है। इस तकलीफ से बचने के लिए अगर महिलाएं अपने दोनों घुटनों के नीचे तकिया लगाकर सोएंगी तो बेहतर होगा। इसके अलावा, गले में दर्द से राहत पाने के लिए सिर के साथ-साथ पीठ के नीचे तकिया लगाकर सोना फायदेमंद सिद्ध होगा।
गर्भावस्था
गर्भावस्था के दौरान किस मुद्रा में सोना है सही?
विशेषज्ञों के मुताबिक, गर्भावस्था के दौरान करवट लेकर सोना सबसे अच्छी मुद्रा है और गर्भवती महिलाओं को अपनी पीठ या पेट के बल सोने से बचना चाहिए। अगर आप गर्भवती हैं तो आपके लिए बाईं करवट लेकर सोना स्वास्थ्यवर्धक साबित हो सकता है क्योंकि इससे प्लेसेंटा और आपके बच्चे तक पहुंचने वाले रक्त और पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ जाती है। अगर आपको पीठ की समस्या है तो भी यह मुद्रा आपके लिए फायदेमंद होगी।