रूद्रप्रयाग,06,11,2021,Hamari Choupal
करीब 122 दिनों की केदारनाथ यात्रा के दौरान 72 दिन केदारनाथ धाम में सन्नाटा पसरा रहा। जबकि 50 दिनों की यात्रा में ही कुल 2,39700 तीर्थयात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए। हालांकि इस बार कोरोना के चलते 72 दिनों की यात्रा में किसी भी यात्री को केदारनाथ धाम जाने की अनुमति नहीं थी।
हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद सरकार ने 18 सितम्बर को चारधाम यात्रा शुरू की। शुरूआती दिनों में यात्रियों को कोविड की जांच के लिए कई प्रक्रियाओं से गुजरना पड़ा किंतु बाद में इसके भी आसान कर दिया। कोविड जांच की बंदिशों में ढिलाई मिलते ही बड़ी संख्या में देश के कोने कोने से यात्री केदारनाथ धाम पहुंचने लगे। मंदिर के सभा मंडप के साथ ही गर्भ गृह से दर्शन कर लोग बाबा केदार के दर्शन करने लगे। इधर, 17 मई को भगवान केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के करीब 72 दिनों तक यहां सन्नाटा पसरा रहा।
देवस्थानम बोर्ड के साथ ही पुलिस और अन्य कर्मचारियों को मिलाते हुए केदारनाथ में करीब 50 लोग ही मौजूद रहे। केदारनाथ में 18 सितम्बर के बाद ही यात्रियों की संख्या दिखाई दी। जबकि चहल-पहल भी दिखने लगी। यात्रा मार्ग पर स्थित होटल, ढाबे और कारोबारी भी यात्री न आने से काफी मायूस रहे किंतु जैसे ही हाईकोर्ट के निर्देशों के बाद यात्रा शुरू हुई तो यात्रा से जुड़े कारोबारियों ने भी राहत की सांस ली। 50 दिनों की यात्रा में कारोबारियों ने भी अच्छे कारोबार कर खुशी जताई। वहीं बीते साल 2020 में पूरे सीजन में 1,35023 तीर्थयात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए थे। जबकि कोविड संक्रमण के चलते यात्रा में काफी बदलाव करने पड़े। सरकार, देवस्थानमं बोर्ड और प्रशासन द्वारा यात्रा संचालन को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। जिसके चलते पहले मंदिर के बाहर से ही दर्शन की अनुमति दी गई जबकि इसके बाद सभा मंडप से ही दर्शन कराए गए। बाद में अंतिम दिन यात्रियों के उत्साह को देखते हुए साढ़े 9 घंटे तीर्थयात्री गर्भ गृह में जाकर बाबा के दर्शन कर सके।