देहरादून,18,12,2025
देहरादून/हरिद्वार: सतर्कता विभाग ने भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत गुरुवार को एक बड़ी कार्रवाई में बहादराबाद खंड के खण्ड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) बृजपाल सिंह राठौड़ को 20 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार किया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ‘जीरो टॉलरेंस’ के निर्देशों के बीच यह गिरफ्तारी प्रदेश में भ्रष्टाचार विरोधी मुहिम की एक और कड़ी साबित हुई है।
कार्रवाई का विवरण: सूत्रों के अनुसार, विजिलेंस टीम ने पुलिस मॉडर्न स्कूल, 40वीं वाहिनी पीएसी के नवीनीकरण और मान्यता से जुड़े कामों के बदले रिश्वत की शिकायत पर बीईओ पर नजर रखी थी। आरोप है कि बृजपाल सिंह राठौड़ ने विकास भवन, रोशनाबाद से ही 20 हजार रुपये की रिश्वत वसूली। इसी दौरान विजिलेंस टीम ने धरपकड़ की कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया। उन्हें तत्काल देहरादून ले जाकर विधिक कार्यवाही शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री का सख्त रुख: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि “देवभूमि उत्तराखंड को भ्रष्टाचार मुक्त करते हुए, सुशासन की कार्य संस्कृति विकसित करने का हमारा प्रयास है। भ्रष्टाचारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई किये जाने के लिये विजिलेंस को खुली छूट प्रदान की गई है। प्रदेश में भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी व्यक्ति के विरूद्ध कार्रवाई की जायेगी।”
विजिलेंस का सक्रिय अभियान: सीएम धामी के निर्देशों के बाद विभाग की कार्रवाई तेज हुई है, जिसका असर गिरफ्तारियों और ट्रैप के मामलों की बढ़ती संख्या में देखा जा सकता है। विभाग न केवल गिरफ्तारी कर रहा है, बल्कि मजबूत सबूतों के आधार पर अदालतों से दोषसिद्धि भी दिला रहा है। इसके अलावा, भ्रष्टाचार की शिकायत दर्ज कराने के लिए टोल फ्री नंबर 1064 जारी किया गया है। मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को यह भी निर्देश दिए हैं कि आरोपियों को अंतिम फैसला आने तक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी न दी जाए और ट्रैप के मामलों में अभियोजन की प्रक्रिया तेज की जाए।
प्राथमिकता ईमानदार शासन: मुख्यमंत्री ने अपने बयान में स्पष्ट किया कि “उत्तराखण्ड में ईमानदार शासन व्यवस्था हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।” इस घटना से साफ है कि सरकार का रुख भ्रष्टाचार के मामलों में नरम नहीं होगा और विजिलेंस विभाग लगातार ऐसे तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करती रहेगी।
