अल्मोड़ा, 22,11,2025
भिकियासैंण (अल्मोड़ा)। दिल्ली के बाद पहाड़ मे भी अशांन्ति बिगाड़ने का माहौल बन रहा है। अभी हाल ही मे दिल्ली में लाल किले के पास बीते 10 नवंबर को एक कार में आतंकियों ने फिदायीन हमला किया था। कार ब्लास्ट में करीब 12 लोगों की मौत हो गई थी। साथ ही 20 लोग घायल भी हो गए थे। उस आतंकी हमले से पूरा देश सहम उठा था। हालांकि जांच एजेंसियों ने आतंकी वारदात को अंजाम देने वालों की गिरफ्तारी शुरू कर दी है। दिल्ली ब्लास्ट के बाद पूरे देश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया था। पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने सभी जिलों में चेकिंग और सत्यापन अभियान शुरू कर दिया था।
इधर इसी घटना के हाई अलर्ट के बीच अब उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सल्ट में भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद होने से हड़कंप मचा हुआ है। जानकारी के अनुसार सल्ट ब्लॉक के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय डभरा में शुक्रवार दोपहर बच्चे खेल रहे थे,कि इसी दौरान खेल-खेल में बच्चों की नजर झाड़ियों में रखे कुछ सामान पर पड़ गई। इसकी सूचना बच्चों ने स्कूल प्रबंधन को दी। सूचना मिलते ही सल्ट पुलिस टीम भी जरूरी साजो सामान के साथ मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने विस्फोटक कब्जे में ले लिया है।
आंखिर जिलेटिन की 161 छड़ें कैसे पहुंची।
अल्मोड़ा के सल्ट में जिलेटिन की 20 किलो से अधिक वजनी करीब 161 छड़े बरामद होने से खलबली का माहौल है। शुरुआत में अफवाह उड़ी थी कि मौके पर आरडीएक्स बरामद हुआ है। लेकिन जांच के बाद पाया गया कि यह जिलेटिन है। इस जिलेटिन के विस्फोट से बड़ी-बड़ी चट्टानें तक पिघल जाती हैं। विस्फोटक मिलने की सूचना के बाद एसएसपी अल्मोड़ा देवेंद्र पींचा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंच गए थे। बड़ा सवाल यह भी उठ रहा है कि विस्फोटकों की यह बड़ी खेफ हाई अलर्ट के बीच सल्ट मे कैसे पहुंची। पहाड़ में विस्फोटक किस मकसद से लाया होगा। पुलिस भी इसे लेकर तमाम एंगल से जांच में जुटी हुई है। जल्द ही इसका खुलासा होने की संभावना है।
विस्फोटक
अल्मोड़ा जिले में जिलेटिन बरामद होने के बाद अब पुलिस और खुफिया एजेंसियां अलर्ट मोड पर आ गई हैं। दिल्ली ब्लॉस्ट के बाद पुलिस भी इसे गंभीरता से ले रही है। एसएसपी के निर्देश पर विस्फोटक को नष्ट करने की अनुमति के लिए भिकियासैंण कोर्ट में अपील कर दी गई है। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं, घटना की सूचना के बाद लोगों में हड़कंप मचा हुआ है। पर्वतीय क्षेत्र में विस्फोटक को छुपाकर रखने पर लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। हालांकि पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है।
