देहरादून,19,11,2025
देहरादून। रेस कोर्स स्थित न्यायालय परिसर में चल रही अधिवक्ताओं के धरने में प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इस मौके पर अधिवक्ताओं को संबोधित करते हुए श्री गोदियाल ने कहा कि बड़ी विडम्बना है कि सरकार कोर्ट परिसर के बीचो बीसी रेन बसेरा बनाने की बात कर रही है ये बात कुछ हज़म नहीं हो रही है कि केंद्र की एजेंसियों को पूरे देहरादून में रेन बसेरा के लिए कोर्ट के दो परिसरों के बीच की ही जगह मिली, सरकार को ये समझ नहीं है कि कल जब नई पीढ़ी आगे आएगी वो न्याय व्यवस्था का हिस्सा बनेगी उसे बैठने की जगह कहाँ मिलेगी उन्होंने कहा राज्य की उम्र कोई पच्चीस तीस साल तो होती नहीं हज़ारो साल होती है न्यायिक कार्यों के लिए आगे सरकार को कुछ करना तो होगा अधिवक्ताओ के लिए तो कहा जाएँगे, रेन बसेरा तो कहीं भी बनाया जा सकता है, पर वकीलों के चौम्बर दो किलोमीटर दूर तो नहीं बनाये जा सकते ना तो सरकार को अपने निर्णय पर पुनः विचार करना चाहिए।
सरकार को मैं याद दिलाना चाहता हूँ की उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान इन वकील भाइयों ने और जो इन वक़ील भाइयों की पहली पीढ़ी रही होगी उनका इस राज्य के आंदोलन में कितना बड़ा योगदान था इस बात से शायद ये सरकार वाक़िफ़ नहीं है,आंदोलन के वक्त भी ये वकील भाई अग्रणी थे और जितने भी लोगों पर केस लगे हमारे वकील भाइयों ने निशुल्क उनकी पैरवी की इस बात के लिए भी ये प्रदेश हमारे वकील भाइयों का ऋणी है। उन्होंने कहा की सच्चाई ये है की सरकारें वहाँ झुकती हैं जहाँ सरकारों को जनहितों से सरोकार होता है वहाँ सरकारें झुकती है इन्हें फ़र्क़ नहीं पड़ता क्यूंकि चुनाव जीतने के लिए ये चोरी का मैकेनिज्म इजात कर चुकी हैं, एक तरफ़ उपनल कर्मचारी भी धरने पर हैं उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद भी उनकी माँग पूरी नहीं कर रहे हैं ये इनकी हठधर्मिता है, सरकार से मैं ये कहना चाहता हूँ की सरकार वकील भाइयों की बात को सुने और उनकी मांगों को माने क्यूँकि इनके कार्य स्थल पर हस्तछेप करने की ज़रूरत ही नहीं थी। उन्होंने कहा की सरकार आपकी माँग पूरी करे तो उन्हें धन्यवाद करें क्यूंकि तुम्ही ने दर्द दिया है दवा भी तुम्ही दोगे, धन्यवाद तब दिया जाता है जब आप कुछ माँग कर रहे हो और पूरी हुई हो ये समस्या तो सरकार के द्वारा ही बनायी गई है तो सरकार की जिम्मेदारी है आपकी माँग मानना, वैसे भी इस सरकार का समय बहुत बहुत कम है, धामी जी जब मुख्यमंत्री बने तो एक युवा होने के नाते उनसे उम्मीद थी की वो यहाँ के युवाओं के मन के जज़्बात को समझ कर उसको अंजाम का स्वरूप पहनायेंगे पर अफ़सोस होता है की वो पुराने ढर्रे पर चल रहे हैं, मनमानी और तानाशाही का परचम हो गया है, उन्होंने सरकार से माँग की की हमारे वकील भाइयों की माँग पूरी करे। इस दौरान बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनमोहन कंडवाल, प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, प्रदेश महामंत्री राजेंद्र शाह, अधिवक्ता प्रवक्ता संदीप चमोली, सचिव राजेंद्र सिंह बिष्ट, प्रवक्ता डॉ प्रतिमा सिंह, सुजाता पॉल राजेश चमोली, नितिन बिष्ट आदि मौजूद रहे।
