Dehradun,13,11,2025
देहरादून। उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में इन दिनों संदिग्ध लोगों की आवाजाही और गतिविधियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। शहर के कई थाना क्षेत्रों — रायपुर, पटेलनगर, विकासनगर, सहसपुर और रानीपोखरी — में ऐसे लोगों की उपस्थिति दर्ज की जा रही है, जिनकी न तो कोई पहचान स्पष्ट है और न ही उनके आने-जाने का कोई आधिकारिक रिकॉर्ड।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इन इलाकों में कई बाहरी लोग किराए पर कमरों और झुग्गियों में रह रहे हैं, लेकिन न तो उनके पास वैध पहचान पत्र हैं और न ही मकान मालिकों द्वारा उनकी जानकारी पुलिस को दी गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शहर के बाहरी इलाकों और नई कॉलोनियों में बिना सत्यापन के किरायेदार रखने की प्रवृत्ति तेजी से बढ़ रही है, जिससे सुरक्षा एजेंसियों के लिए चुनौती खड़ी हो गई है।
रायपुर और सहसपुर क्षेत्र में कुछ ऐसे लोग देखे गए हैं जो दिनभर क्षेत्र में घूमते रहते हैं और देर रात तक संदिग्ध रूप से इधर-उधर मंडराते हैं। वहीं, रानीपोखरी और पटेलनगर क्षेत्र में कुछ अस्थायी मजदूरों और छोटे कारोबारियों के रूप में भी कई लोग रह रहे हैं, जिनकी पहचान और उद्देश्य संदिग्ध बताए जा रहे हैं।
पुलिस ने फिलहाल ऐसे लोगों पर निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। प्रत्येक थाने को अपने-अपने क्षेत्र में किरायेदार सत्यापन अभियान चलाने और संदिग्ध व्यक्तियों की जांच करने के आदेश दिए गए हैं।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शहर में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने के लिए स्थानीय लोगों की भी भूमिका जरूरी है। यदि किसी व्यक्ति की गतिविधि संदिग्ध लगे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
शहरवासियों का कहना है कि बीते कुछ महीनों में देहरादून की सीमाओं पर भी बाहर से आने वालों की संख्या बढ़ी है, जिससे यह जरूरी हो गया है कि पुलिस व प्रशासन पहचान सत्यापन की प्रक्रिया को सख्ती से लागू करें।