राष्ट्रीय,08,10,2025
देहरादून : अगर कोई कुंवारी लड़की करवा चौथ का व्रत रखने की सोच रही है, तो यह जानना जरूरी है कि यह व्रत सिर्फ विवाहित महिलाओं के लिए ही नहीं, बल्कि अविवाहित लड़कियों के लिए भी शुभ माना जाता है. सही नियमों और श्रद्धा से किया गया व्रत विवाह योग को मजबूत कर सकता है.
करवा चौथ का त्योहार सुहागिन महिलाओं के लिए अत्यंत खास माना जाता है. यह वह दिन है जब महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन की कामना करते हुए निर्जला व्रत रखती हैं. इस साल करवा चौथ शुक्रवार, 10 अक्टूबर 2025 को पड़ रहा है. लेकिन आज सबसे ज्यादा सवाल यह है कि क्या अविवाहित लड़कियां भी करवा चौथ व्रत रख सकती हैं? जवाब है हां, बिल्कुल रख सकती हैं.
अविवाहित लड़कियां क्यों रखें करवा चौथ व्रत?
पारंपरिक रूप से यह व्रत विवाहित महिलाओं का माना गया है, लेकिन धर्म और आस्था के अनुसार अविवाहित लड़कियां भी इसे रख सकती हैं. इसका उद्देश्य भावी जीवनसाथी की प्राप्ति और एक समझदार, संवेदनशील साथी की कामना करना है.
अविवाहित लड़कियों के लिए करवा चौथ व्रत के नियम
सच्चे मन से व्रत रखें: यह व्रत ईश्वर से प्रार्थना है कि आपका जीवनसाथी सुखी और समझदार हो.
पूर्ण उपवास जरूरी नहीं: केवल फल या पानी लेकर भी व्रत रखा जा सकता है.
खुश रंग पहनें: लाल, गुलाबी और पीला शुभ रंग माने जाते हैं.
मेंहदी लगाएं: यह सौभाग्य और नई शुरुआत का प्रतीक है.
संध्या पूजा में शामिल हों: विवाहित महिलाओं के साथ बैठकर कथा सुनना और पूजा करना सकारात्मक ऊर्जा लाता है.
करवा चौथ पर क्या नहीं करना चाहिए
सर्गी न खाएं: यह परंपरागत रूप से बहू को दी जाती है.
सिंदूर और मंगलसूत्र न पहनें: ये केवल विवाहित महिलाओं के प्रतीक हैं.
निर्जल व्रत न रखें: अविवाहितों के लिए बिना पानी का व्रत आवश्यक नहीं है.
करवा चौथ पूजा विधि और प्रक्रिया
सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और मन में संकल्प लें. पूजा स्थान को फूल और दीपकों से सजाएं. भगवान शिव, माता पार्वती और गणेश जी की पूजा करें. शाम को कथा सुनें और चंद्रमा निकलने पर अर्घ्य दें. व्रत खोलने के लिए जल या हल्का फल ग्रहण करें.
करवा चौथ न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह अविवाहित लड़कियों के लिए अपने भविष्य के साथी के लिए शुभ अवसर भी लाता है.
अविवाहित लड़कियां करवा चौथ व्रत क्यों रखें?
यह व्रत भावी जीवनसाथी की प्राप्ति और विवाह में शुभ योग बनाने के लिए किया जाता है.
क्या अविवाहित लड़कियों को निर्जल व्रत करना जरूरी है?
नहीं, अविवाहित लड़कियां केवल फल या पानी लेकर भी व्रत रख सकती हैं.
करवा चौथ पर कौन से रंग शुभ माने जाते हैं?
लाल, गुलाबी और पीला रंग विशेष रूप से शुभ माने जाते हैं.
पूजा के समय क्या करना चाहिए?
सुबह स्नान और संकल्प, पूजा स्थल को सजाना, कथा सुनना, चंद्रमा दर्शन और हल्का जल या फल ग्रहण करना शुभ होता है.
डिसक्लेमर :-
इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गांरंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संकलित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
