हिमाचल प्रदेश,29,09,2025
शिमला ,29 सितंबर। हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत के मामले में आज ष्टक्चढ्ढ ने लंबी कार्रवाई की। एजेंसी ने बिजली बोर्ड के चीफ इंजीनियर देसराज से करीब पौने तीन घंटे तक पूछताछ की।
परिजनों ने देसराज, पूर्व एमडी हरिकेष मीणा और डायरेक्टर पर्सनल पर विमल नेगी को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। इन शिकायतों के आधार पर छोटा शिमला पुलिस थाना में तीनों अधिकारियों के खिलाफ स्नढ्ढक्र दर्ज की गई थी।
ष्टक्चढ्ढ ने पूछताछ के दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग की, जिसे सुप्रीम कोर्ट में अगली सुनवाई में पेश किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही निर्देश दे रखा है कि देसराज से पूछताछ वीडियोग्राफी के साथ हो।
शिमला पुलिस की जांच से असंतुष्ट परिजनों की शिकायत पर हाईकोर्ट ने यह केस ष्टक्चढ्ढ को सौंपा। अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा और पूर्व ष्ठत्रक्क अतुल वर्मा की रिपोर्ट में पुलिस जांच पर सवाल उठाए गए थे।
सूत्रों के अनुसार, ॥क्कक्कष्टरु के कर्मचारियों ने भी ष्टक्चढ्ढ पूछताछ में यह माना कि विमल नेगी को मानसिक तौर पर परेशान किया गया। वहीं, पूर्व रूष्ठ एवं ढ्ढ्रस् हरिकेष मीणा ने हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत ले रखी है। अगली सुनवाई 6 अक्टूबर को होगी।
इसी मामले में ष्टक्चढ्ढ ने ्रस्ढ्ढ पंकज कुमार को गिरफ्तार किया। पंकज ने मृतक विमल नेगी की जेब से पेन ड्राइव अपनी जेब में रखने का आरोप स्वीकार किया है। हाईकोर्ट ने पंकज को जेल भेज दिया।