देहरादून,28,09,2025
देहरादून। उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UKSSSC) की परीक्षा में कथित अनियमितताओं को लेकर परेड ग्राउंड के बाहर युवाओं का विरोध प्रदर्शन शनिवार को छठे दिन भी जारी रहा। दिन-रात चल रहे इस शांतिपूर्ण धरने में युवाओं की भागीदारी में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन उनकी मांगें जस की तस बनी रहीं।
धरना स्थल पर प्रदर्शनकारी हाथों में तख्तियां लेकर राहगीरों और वाहनों को अपनी मांगों से अवगत करा रहे हैं। युवाओं की प्रमुख मांग है कि परीक्षा को तत्काल रद्द किया जाए और इसकी जांच एसआईटी के बजाय केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई को सौंपी जाए। उनका कहना है कि निष्पक्ष जांच केवल सीबीआई ही कर सकती है, जिससे सच्चाई सामने आएगी।
शुक्रवार को प्रशासन की ओर से जिलाधिकारी सविन बंसल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह धरना स्थल पहुंचे और प्रदर्शनकारियों से संवाद किया। करीब एक घंटे चली बातचीत में अधिकारियों ने अब तक की जांच की जानकारी साझा की और आश्वासन दिया कि युवाओं को अपनी बात रखने का पूरा अवसर मिलेगा। बावजूद इसके, प्रदर्शनकारी अपनी मांगों से पीछे हटने को तैयार नहीं हुए।

युवाओं ने अधिकारियों के समक्ष पुराने मामलों का हवाला देते हुए तर्क प्रस्तुत किए और परीक्षा की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए। धरना स्थल पर रात के समय भी युवा डटे रहे, जबकि दिन में कोचिंग और अन्य गतिविधियों के बाद सैकड़ों की संख्या में फिर से जुटते हैं।
प्रदर्शनकारियों ने शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रखने के लिए हाथ से लिखी तख्तियों का सहारा लिया, जिनमें परीक्षा रद्द करने और सीबीआई जांच की मांग प्रमुख रूप से दर्ज थी। यह विरोध प्रदर्शन अब जनसहभागिता का रूप लेता जा रहा है, जिसमें युवाओं की आवाज को समर्थन मिल रहा है।

प्रशासन की सतर्क निगरानी के बीच धरना स्थल पर माहौल शांतिपूर्ण बना हुआ है। हालांकि, युवाओं की जिद और सरकार की प्रतिक्रिया के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है। अब देखना यह है कि सरकार इस जनदबाव के आगे क्या रुख अपनाती है और युवाओं की मांगों पर क्या निर्णय लिया जाता है।