मसूरी,22,09,2025
मसूरी। यमुनोत्री विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक संजय डोभाल की मसूरी में पुलिस के साथ झड़प हो गई। उनका आरोप है कि वो धरना देने के लिए उत्तरकाशी से देहरादून जा रहे थे, लेकिन मसूरी में पुलिस ने उन्हें रोक लिया है। वहीं मसूरी पुलिस का कहना है कि गलोगी के पास लैंडस्लाइड हुआ है, जिस कारण रास्ता बंद है। इसीलिए सभी वाहनों को मसूरी में ही रोका जा रहा है। इसी बात को लेकर विधायक संजय डोभाल और उनके समर्थकों की पुलिस से तीखी बहस भी हुई।
विधायक लगातार देहरादून जाने की जिद पर अड़े रहे पर पुलिस ने कहा कि जब तक रोड नहीं खुलता तब तक किसी को भी जाने नहीं दिया जाएगा। जिसके बाद विधायक भड़क गए और करीब एक घंटे के ड्रामे के बाद रोड खुलने के बाद विधायक देहरादून चले गए।
दरअसल, विधायक संजय डोभाल ने सरकार पर यमुनोत्री और चारधाम यात्रा की उपेक्षा के साथ ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों की अनदेखी, कानून-व्यवस्था और भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर 22 सितंबर को देहरादून में सीएम आवास कूच का एलान किया था। उसी के लिए विधायक संजय डोभाल अपने समर्थकों के साथ देहरादून के लिए निकले थे, लेकिन मसूरी में पुलिस ने उन्हें ये कहकर रोक दिया कि गलोगी के पास लैंडस्लाइड हुआ है, जिस वजह से रास्ता बंद है। हालांकि विधायक संजय डोभाल पुलिस की इस बात पर विश्वास नहीं कर रहे थे। उन्होंने सरकार पर आरोप उन्हें जबरदस्ती रोकने का आरोप लगाया है।
विधायक संजय डोभाल का कहना है कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में शांतिपूर्ण प्रदर्शन करना उनका संवैधानिक अधिकार है। लेकिन आज जिस तरह से उत्तराखंड को छावनी में बदलकर जगह-जगह आंदोलनकारियों को रोकने का प्रयास हो रहा है, उससे साफ पता चलता है कि सरकार घबरा गई है। यदि यही ऊर्जा और संसाधन जनता की मांगें पूरी करने और विकास कार्यों में लगाए जाते, तो आज यह दिन देखने की नौबत ही न आती।पर याद रखो, हम रुकने वाले नहीं, हम झुकने वाले नहीं। विधायक संजय डोभाल का कहना है कि उनके विरोध-प्रदर्शन से सरकार डर गई है। एक सोची-समझी साज़िश तहत उन्हें देहरादून पहुंचने से रोका जा रहा है। यह लोकतंत्र की हत्या है। विधायक संजय डोभाल का आरोप है कि मसूरी से पहले छुनाखाला बैरियर पर पुलिस ने उन्हें रोका था।