HamariChoupal,09,07,2025
पौड़ी। जिले में पंचायत चुनाव में 1166 ग्राम पंचायतों में 4 लाख 36 हजार 900 मतदाता अपने मत का प्रयोग करेंगे। 15 ब्लाक वाले पौड़ी जिले में त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव की तैयारियां तेजी से चल रही है। जिले का जिला निर्वाचन विभाग (पंचायत) भी इसी कवायद में जुटा है। यहां ग्राम प्रधान के 1166 व ग्राम पंचायत सदस्य के 8188 पद हैं। क्षेत्र पंचायत सदस्य के 370 व जिला पंचायत सदस्य के 38 पद सृजित हैं। विकास खंडों में ब्लाक प्रमुख के 15 पद और जिला पंचायत अध्यक्ष के एक पद पर अप्रत्यक्ष रुप में चुनाव होता है। जनपद पौड़ी की 1166 ग्राम पंचायतों में 4 लाख 36 हजार 900 मतदाता हैं।
इनमें 4 लाख 31 हजार 858 मतदाताओं में 208909 महिला और 223306 पुरुष मतदाता हैं। जनपद में कुल 4 लाख 36 हजार 900 मतदाताओं में सबसे ज्यादा विकास खंड थलीसैंण में 48582 मतदाता हैं। इसके बाद यमकेश्वर ब्लाक में 37565, नैनीडांडा में 34652, द्वारीखाल में 33211, पाबौ में 31815, बीरोंखाल में 29554, रिखणीखाल में 29438, कल्जीखाल में 28618, एकेश्वर में 26278, पौड़ी में 25154, कोट में 24192, दुगड्डा में 23622, जयहरीखाल में 23191, पोखड़ा में 20881 और खिूर्स में 20147 मतदाता हैं। जनपद पौड़ी में वर्ष 2019 में 4 लाख 636 मतदाता थे। जो वर्ष 2025 में बढ़कर 4 लाख 36 हजार 900 हो गए हैं। यह बढ़ोत्तरी मात्र 9 फीसदी है। जिला निर्वाचन विभाग (पंचायत) पौड़ी के अफसरों का मानना है कि जनपद पौड़ी में पलायन बढ़ने और निकायों के गठन के चलते मतदाताओं की संख्या में अपेक्षित बढ़ोतरी दर्ज नहीं हुई है। आठ साल में घटी आठ ग्राम पंचायतें पौड़ी(आरएनएस)। जनपद पौड़ी में वर्ष 2018-19 में 1174 ग्राम पंचायतें थी। वर्ष 2028 में नगर पालिका श्रीनगर के विस्तार से ग्राम पंचायत श्रीकोट, उफल्डा व वैद्यगांव उसमें शामिल हो गए थे। वर्ष 2021 में नगर पंचायत थलीसैंण का गठन हुआ, उसमें ग्राम पंचायत कैन्यूर शामिल हुई थी। साथ ही 2021 में ही नगर पालिका श्रीनगर का नगर निगम के रुप में गठन होने पर ग्राम पंचायत कलियासौड, स्वीत, फरासू, डुंगरीपंथ शामिल किए गए थे।
जनपद पौड़ी की 1166 ग्राम पंचायतों में 4 लाख 36 हजार 900 मतदाता हैं। वर्ष 2019 में यहां मतदाओं की संख्या 4 लाख 636 के सापेक्ष जिले में 36264 मतदाता बढ़े हैं, जो केवल 9 फीसदी बढ़ोतरी है। इससे पहले देखा गया है कि यह बढ़ोतरी 20 से 25 फीसदी होती थी। जिले में बढ़ते पलायन और निकायों के गठन से मतदाताओं में अपेक्षित इजाफा नहीं हुआ है। जबकि विभाग ने घर-घर पंजीकरण एवं जन जागरूकता अभियान सहित विभिन्न आयोजनों के माध्यम से सजगता बढ़ाने की दिशा में बेहतर कार्य किया है। – ललित मोहन गोदियाल, सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी पौड़ी