देहरादून। डोईवाला क्षेत्र के कुड़कावाला स्थित एक क्रेशर में 5 जुलाई को हुई नाबालिग बच्ची की संदिग्ध मौत के मामले ने पूरे जनपद में संवेदनशीलता पैदा कर दी है। इस गंभीर घटना की पृष्ठभूमि में देहरादून की पुलिस प्रशासन पूरी सक्रियता से जांच में जुट गई है। रविवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) देहरादून ने कोरोनेशन अस्पताल जाकर मृतका के परिजनों से मुलाकात की और उन्हें निष्पक्ष जांच का भरोसा दिलाया।
विशेष जांच दल का गठन, वैज्ञानिक विधियों से होगी जाँच
एसएसपी के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक (एसपी) ऋषिकेश के पर्यवेक्षण और क्षेत्राधिकारी के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम का गठन किया गया है। इस टीम में स्थानीय पुलिस, AHTU (मानव तस्करी निरोधक इकाई), SOG (स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप) और फील्ड यूनिट के अनुभवी अधिकारी शामिल किए गए हैं। यह टीम घटना से जुड़े सभी भौतिक और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों को वैज्ञानिक तरीकों से परीक्षण कर निष्कर्ष तक पहुँचेगी।
फॉरेंसिक टीम ने किया घटनास्थल का निरीक्षण
घटनास्थल को सील करने के बाद फॉरेंसिक टीम ने मौके का गहन निरीक्षण किया और आवश्यक फोटोग्राफी तथा वीडियोग्राफी के साथ प्रारंभिक साक्ष्य एकत्र किए। पीड़िता के शव का मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम किया गया, जिसमें महिला चिकित्सक भी शामिल थीं। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, शरीर पर किसी प्रकार की शारीरिक चोट या यौन उत्पीड़न के संकेत नहीं मिले हैं। हालांकि पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट आना अभी बाकी है।
पीड़िता के साथ मौजूद बालिकाओं से होगी काउंसलिंग
घटना के समय पीड़िता के साथ मौजूद रही अन्य बालिकाओं से भी स्वतंत्र काउंसलर द्वारा काउंसलिंग की जाएगी ताकि घटना की परिस्थितियों की स्पष्ट जानकारी प्राप्त की जा सके।
दोषियों पर होगी न्यायिक कार्रवाई, उपद्रव फैलाने वालों की पहचान शुरू
कोतवाली डोईवाला में मृतका के परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर नामजद व संदिग्ध आरोपियों के खिलाफ साक्ष्य संकलन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पुलिस द्वारा स्पष्ट किया गया है कि साक्ष्य आधारित कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ माननीय न्यायालय में प्रभावी पैरवी सुनिश्चित की जाएगी।
इस पूरे घटनाक्रम में सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से अफवाह फैलाकर कानून व्यवस्था को बिगाड़ने वाले तत्वों की पहचान भी की जा रही है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि ऐसे लोगों के विरुद्ध भी कठोर कार्रवाई की जाएगी।