उत्तराखंड ,18,10,2025
देहरादून। सड़क सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने तथा नशे की हालत में वाहन चलाने जैसी घातक प्रवृत्तियों पर नियंत्रण के लिए यातायात निदेशालय, उत्तराखण्ड पुलिस ने राज्य के सभी जनपदों में विशेष प्रवर्तन अभियान लगातार संचालित किया जा रहा है। अभियान के तहत इस अभियान का उद्देश्य नशे में वाहन संचालन से होने वाली दुर्घटनाओं में कमी लाना और आम जनता में यातायात अनुशासन के प्रति जागरुकता बढ़ाना है।
जनवरी से सितम्बर 2025 तक की प्रवर्तन कार्यवाही, पुलिस मुख्यालय और यातायात निदेशालय के निर्देशन में प्रदेश के अलग-अलग जनपदों में कुल 8643 चालान नशे की हालत में वाहन चलाने के मामलों में कार्यवाही की गई है। कुल 2405 ड्राइविंग लाइसेंस (DL) निलंबन के लिए परिवहन विभाग को प्रेषित किए गए। यातयात निदेशालय द्वारा जारी आंकड़े बताते हैं कि देहरादून में सबसे अधिक नशे में वाहन चलाने पर कार्यवाही हुई है। डीएल निलंबन के लिए परिवहन विभाग को प्रेषित किया गया है।
जनपदवार हुई कार्रवाई:
* देहरादून जिले में 4286 चालान, 1144 डीएल निलंबन के लिए प्रेषित।
* पौड़ी गढ़वाल जिले में 1682 चालान, 752 डीएल निलंबन के लिए प्रेषित।
* हरिद्वार जिले में 1097 चालान, 77 डीएल निलंबन के लिए प्रेषित।
* नैनीताल जिल में 448 चालान, 157 डीएल निलंबन के लिए प्रेषित।
* पिथौरागढ़ जिले में 291 चालान, 80 डीएल निलंबन के लिए प्रेषित।
* ऊधम सिंह नगर जिले में 279 चालान, 19 डीएल निलंबन के लिए प्रेषित।
* टिहरी गढ़वाल जिले में 212 चालान,95 डीएल निलंबन के लिए प्रेषित।
* चमोली जिल में 72 चालान,19 डीएल निलंबन के लिए प्रेषित।
* उत्तरकाशी जिले में 66 चालान,14 डीएल निलंबन के लिए प्रेषित।
* चम्पावत जिले में 65 चालान,11 डीएल निलंबन के लिए प्रेषित।
* अल्मोड़ा जिले में 52 चालान, 8 डीएल निलंबन के लिए प्रेषित।
* बागेश्वर जिले में 47 चालान,19 डीएल निलंबन के लिए प्रेषित।
* रुद्रप्रयाग जिले में 46 चालान,10 डीएल निलंबन के लिए प्रेषित।
यातयात निदेशक अनंत शंकर ताकवाले ने बताया नशे में वाहन चलाने वाले वाहनों के खिलाफ कार्यवाही की समीक्षा की गई।समीक्षा के दौरान जनपद स्तर पर निरंतर प्रभावी प्रवर्तन और जागरूकता अभियानों को और अधिक सुदृढ़ करने के निर्देश दिए। साथ ही नशे की हालत में वाहन चलाना न केवल चालक के जीवन को खतरे में डालता है,बल्कि अन्य सड़क उपयोग कर्ताओं के लिए भी गंभीर जोखिम उत्पन्न करता है।