39
स्थानीय लोगों और पर्यावरणविदों ने सरकार और जिला प्रशासन से अपील की है कि इस अवैध प्लाटिंग पर रोक लगाई जाए और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही, भविष्य में ऐसी गतिविधियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
देहरादून में शहरीकरण की बढ़ती रफ्तार के साथ, अवैध प्लाटिंग जैसे मामले तेजी से उभर रहे हैं। समय रहते इन्हें रोकना न केवल पर्यावरणीय दृष्टि से आवश्यक है, बल्कि क्षेत्र के विकास की समुचित योजना के लिए भी महत्वपूर्ण है।