hamarichoupal,27,07,2028
हरिद्वार। मनसा देवी मंदिर दर्शन जाने वाले श्रद्धालुओं ने सोचा भी नहीं होगा कि वे काल के गाल में समा जाएंगे। मंदिर जाने वाले पैदल मार्ग पर उस वक्त हड़कंप मच गया जब श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के बीच अचानक भगदड़ मच गई। करीब नौ बजे के आसपास मंदिर की चढ़ाई कर रहे श्रद्धालुओं के बीच किसी ने करंट लगने की अफवाह फैला दी, जिससे अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
देखते ही देखते लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे। चीख-पुकार के बीच कई श्रद्धालु दब गए। हादसे में एक बच्चे समेत 35 श्रद्धालु घायल हो गए। उन्हें तत्काल जिला अस्पताल पहुंचाया गया। इनमें आठ श्रद्धालुओं की मौत की पुष्टि की गई है। अन्य घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया गया है। एम्स पीआरओ संदीप कुमार ने बताया कि एम्स में कुल 15 घायल लाए गए थे, जिसमें से पांच को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई है। 10 अभी यहां भर्ती हैं। इनमें दो साल की एक बच्ची, 26 वर्षीय युवती व 56 वर्षीय महिला की स्थिति गंभीर बनी हुई है।
श्रद्धालु बताते हैं कि मनसा देवी पहुंचने का यह सीढ़ी मार्ग श्रद्धालुओं की पहली पसंद रहती है। हरकी पैड़ी पर गंगा स्नान करने के बाद श्रद्धालु इसी रास्ते से मंदिर की ओर बढ़ते हैं, क्योंकि यह मार्ग मंदिर के पीछे सीधे जुड़ता है और मात्र 30 मिनट में मंदिर तक पहुंचा जा सकता है। ट्राली मार्ग पर टिकट के लिए घंटों इंतजार की बजाय लोग सीढ़ी मार्ग को प्राथमिकता देते हैं। रविवार को भी स्थिति कुछ ऐसी ही रही। हजारों श्रद्धालु सीढ़ियों के रास्ते मंदिर की ओर बढ़ रहे थे। इसी दौरान अंतिम पड़ाव के पास भीड़ अधिक होने पर कुछ युवक दीवार फांदने लगे और तभी तार टूट गया। करंट फैलने की अफवाह ने भगदड़ का रूप ले लिया।