हमारी चौपाल, 02,12,2025
देहरादून। राजधानी देहरादून का पछवादून क्षेत्र लगातार फलदार पेड़ों की अवैध कटान का गवाह बनता जा रहा है। क्षेत्र में प्रतिदिन बड़ी संख्या में फलदार पेड़ों को काटा जा रहा है, जबकि जिम्मेदार विभागों व अधिकारियों की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही है।
ताजा मामला सेलाकुई स्थित फार्मा सिटी का है, जहां Nichepharm कंपनी पर बिना अनुमति पेड़ कटवाने का गंभीर आरोप लगा है। जानकारी के अनुसार, कंपनी परिसर में पांच आम के पेड़ और दो आंवले के पेड़ बिना किसी विभागीय अनुमति के काटे गए। सूत्रों की मानें तो उद्यान विभाग ने कंपनी को पेड़ काटने की कोई अनुमति जारी ही नहीं की थी।
खास बात यह है कि यह पूरा मामला गूगल इमेज की तुलना में सामने आया, जिसमें लगभग तीन महीने पहले तक पेड़ स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे। वर्तमान स्थिति में पेड़ों के स्थान पर सोलर प्लांट दिखाई दे रही है।
मामला संज्ञान में आने के बाद वन विभाग कटे हुए पेड़ों के अवशेष और साक्ष्यों की तलाश में जुट गया है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि इस प्रकरण में उद्यान विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत भी हो सकती है, हालांकि यह जांच का विषय है।
प्रमुख सवाल यह है कि—
जब उद्यान विभाग ने अनुमति जारी नहीं की,
और गूगल इमेज में पेड़ स्पष्ट रूप से मौजूद थे,
तो पेड़ कटे कैसे और गए कहाँ?
स्थानीय नागरिकों ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। साथ ही पछवादून क्षेत्र में फलदार पेड़ों की हो रही अवैध कटान पर तुरंत रोक लगाने की मांग भी उठाई गई है।
विभागीय जांच शुरू हो चुकी है, अब देखना यह होगा कि कार्रवाई कितनी तेजी और पारदर्शिता से आगे बढ़ती है।
