हल्द्वानी। कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने आईजी नीलेश आनंद भरणे के साथ हैड़ाखान मार्ग का निरीक्षण किया। उन्होंने मार्ग में लगातार हो रहे भूस्खलन से लोगों की परेशानी का जायजा लिया। बताया कि मार्ग के बाधित होने से क्षेत्र के 200 गांवों के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने लोनिवि के अधीक्षण अभियंता को वैकल्पिक मार्ग के लिए प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान कमिश्नर रावत ने कहा कि सड़क के 280 मीटर पेच में बार-बार भूस्खलन से मार्ग बाधित हो रहा है। वैकल्पिक मार्ग के लिए 2 किमी सड़क का एलाइमेंट कर लिया गया है। यह सड़क 5 किमी दूरी पर फिर से हैड़ाखान मार्ग से जुड़ेगी। इस मार्ग के बदले वन विभाग को 3 हेक्टेयर भूमि बेतालघाट में हस्तांतरित कर दी गई है। कमिश्नर ने मौके पर अधीक्षण अभियंता लोनिवि राजेन्द्र सिंह सयाना को वैकल्पिक मार्ग का सर्वे कर शीघ्र प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने नए बनने वाले वैकल्पिक मार्ग के सीमांकन का स्थलीय निरीक्षण भी किया। इस दौरान प्रभागीय वनाधिकारी बाबूलाल ने बताया कि वन विभाग द्वारा भूमि का सीमांकन कर दिया गया है। कमिश्नर ने कहा कि 280 मीटर पेच में जो मार्ग धंस रहा है, इसकी सुरक्षा के लिए सर्वे टीम द्वारा कार्य किया जा रहा है। 25 लाख की धनराशि प्रथम किस्त के रूप में मंजूर हो चुकी है। इसके बाद सर्वे टीम मार्ग की सुरक्षा का प्रस्ताव बनाएगी। उन्होंने कहा कि हैड़ाखान मार्ग से खनस्यू, ओखलकांडा, चम्पावत व रीठा साहिब क्षेत्र जुड़े हैं। यहां 24 घंटे दो जेसीबी की तैनाती की गई हैं। मार्ग में मलबा आने पर तुरन्त हटाने के निर्देश दिए गए हैं। सीओ भूपेन्द्र सिंह धोनी, सहायक अभिंयता लोनिवि मनोज पाण्डे समेत वन और राजस्व विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
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