उत्तरकाशी(आरएनएस)। राज्य स्थापना दिवस की 25 वीं रजत जयंती वर्ष समारोह की श्रृंखला में बीती मंगलवार रात को जनपद में इगास बग्वाल धूमधाम से मनाई गई। जिला मुख्यालय के रामलीला मैदान में इगास बग्वाल कार्यक्रम में सभी विभागीय अधिकारियों और कर्मचारीयों सहित स्थानीय लोगों ने भैलो एवं लोक सांस्कृतिक झुमैलो गीतों पर नृत्य किया। देर रात तक रामलीला मैदान में लोग पारंपरिक अंदाज में ढोल नगाड़ों की थाप पर भैलो नृत्य करते रहे। इसके साथ ही लोक सांस्कृतिक झुमैलो लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा। कहा जाता है कि लंका विजय के बाद जब भगवान राम अयोध्या पहुंचे तो लोगों ने दीये जला कर उनका स्वागत किया। यह खबर गढ़वाल क्षेत्र में कार्तिक शुक्ल एकादशी को मिली थी। इस खबर की खुशी में गढ़वाल क्षेत्र के लोगों ने इसी दिन दीपावली मनाई थी, जिसे इगास या बूढ़ी दिवाली का नाम दिया गया। दूसरी मान्यता यह है कि गढ़वाल के माधो सिंह भंडारी के नेतृत्व में तिब्बत का युद्ध जीतने के बाद उनकी सेना दिवाली के 11 दिन बाद गढ़वाल पहुंची थी। इस खुशी में दीपावली (इगास) मनाया था।
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